सूचना पर कार्रवाई करते हुए हाथरस पुलिस ने सोमवार रात जिले के नवीपुर इलाके में गधे के मल और एसिड का उपयोग कर स्थानीय ब्रांडों के मसाले और नकली मसाले बनाने वाली एक मसाला निर्माण फैक्ट्री पर छापा मारा। पुलिस ने इसके मालिक अनूप वार्सनेय को गिरफ्तार किया, जो 2002 में योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित एक युवा संगठन, हिंदू युवा वाहिनी के मंडल सह प्रभारी है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने इस मामले में कहा कि, “हमने कुछ स्थानीय ब्रांडों के नाम पर पैक किए जा रहे 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसाले जब्त किए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि छापे के दौरान, नकली मसाले तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई हानिकारक तत्व पाए गए, जिनमें गधे का मल, घास (भुसा), अखाद्य रंग और एसिड से भरे ड्रम शामिल थे।
उत्तर प्रदेश: भूसा और रंग मिलाकर बनाए जाते थे नकली मसाले, ब्रांडेड पैकेट में भरकर होती थी सप्लाई, फैक्टरी सील
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— Newsd Hindi (@NewsdHindi) December 16, 2020
बरामद किए गए मिलावटी मसालों में धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी और मसाला मिक्स (गरम मसाला) शामिल थे। उन्होंने कहा कि लगभग 27 नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं और लैब की रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। वार्ष्णेय को सीआरपीसी की धारा 151 (arrest to prevent the commission of cognizable offences) के तहत न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मीणा ने कहा कि वार्सनेय उस स्थान पर मसाला कारखाने के संचालन के लिए लाइसेंस देने में असमर्थ थे, जहां उसे चलाया जा रहा था। उन्होंने कहा, “वह उन ब्रांडों के लाइसेंस का उत्पादन भी नहीं कर सका, जिन्हें पैक किया जा रहा था।” खाद्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मिलावट से भरे प्रोटक्ट स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं, खासकर अगर लंबे समय तक इसका सेवन किया जाए।