झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की महिलाओं और युवतियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब 18 साल की युवतियों को भी मंईयां सम्मान योजना के तहत हर महीने 1000 रुपये की राशि मिलेगी। पहले यह योजना केवल 21 से 50 साल तक की महिलाओं के लिए थी, लेकिन अब 18 से 20 साल की युवतियों को भी इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री सोरेन ने यह घोषणा रांची के नामुकम में आयोजित मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम में की।
इस घोषणा के साथ ही सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और भाजपा पर भी कड़ा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना के टीके के कारण ही उत्पाद सिपाही परीक्षा में युवाओं की मौतें हो रही हैं। सीएम सोरेन ने कहा, “यह कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि कोरोना के टीके का परिणाम है। भाजपा ने चंदे के लिए सभी को कोरोना का टीका लगवाया, जिसके कारण अब यह स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं।”
गौरतलब है कि झारखंड में आयोजित उत्पाद सिपाही परीक्षा के दौरान अब तक 13 युवाओं की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद भाजपा ने मारे गए युवाओं के परिजनों को एक लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। लेकिन मुख्यमंत्री सोरेन का यह बयान भाजपा पर आरोप लगाने और स्थिति को उनके खिलाफ राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रही है और मंईयां सम्मान योजना इसका जीता-जागता उदाहरण है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं और युवतियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें सम्मान के साथ जीने का अवसर प्रदान करना है।
सीएम सोरेन की इस घोषणा से राज्य की हजारों युवतियों को लाभ मिलेगा, जो अब इस योजना के दायरे में आ जाएंगी। यह कदम महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घोषणा का राज्य की राजनीति पर क्या असर पड़ता है और भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है। लेकिन एक बात स्पष्ट है कि हेमंत सोरेन की यह योजना महिलाओं और युवतियों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी।