आज से सावन (श्रावण) का पवित्र महीना शुरू हो गया है। इस माह में भग्वान शिव की आराधना का खास महत्त्व होता है। शिव के अलावा माता पार्वती की भी पूजा अर्चना की जाती है। श्रावण के महीने में शिव भक्त कावण यात्रा पर भी निकलते हैं।
श्रावण माह में हिंदू धर्म के लोग पूजा, व्रत, मंत्र जाप आदि कर भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस बार सावन में चार सोमवार होंगे और पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ेगा। इस माह में ‘शिवरात्रि’ का भी खास महत्व होता है, जो मंगलवार, 30 जुलाई को होगी। जानिये इस सावन में पड़ने वाले सोमवार की तिथि, पूजा विधि आदि के बारे में।
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सावन सोमवर व्रत
सावन के महीने में सोमवार का बहुत महत्व होता है। इस दौरान पड़ने वाले सभी सोमवारों को शिव भक्त उपवास कर भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिसे ‘सावन सोमवर व्रत’ कहा जाता है। कुछ भक्त सोलह सोमवारों तक व्रत करते हैं, जिसे ‘सोलह सोमवार व्रत’ कहा जाता है।
सावन सोमवार व्रतों की तिथि
चंद्र कैलेंडर के आधार पर उत्तरी और दक्षिणी भारत में श्रावण मास के शुरुआत 15 दिनों के अंतराल पर होती है। उत्तर भारतीय राज्य पूर्णिमांत कैलेंडर को मानते हैं, जबकि दक्षिणी भारतीय राज्य अमावसंत कैलेंडर का अनुसरण करते हैं। पूर्णिमांत कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना अमावसंत कैलेंडर से 15 दिन पहले आ जाता है।
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उत्तर भारतीय राज्यों के लिए सावन सोमवर 2019 कैलेंडर
उत्तर भारतीय राज्यों में आज यानी 17 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो गई है, जो 15 अगस्त को समाप्त होगा। इस बीच चार सोमवार पड़ेंगे। ये हैं सावन सोमवारों की तिथि।
- 22 जुलाई, 2019
- 29 जुलाई, 2019
- 5 अगस्त, 2019
- 12 अगस्त, 2019
दक्षिण भारतीय राज्यों के लिए सावन सोमवर 2019 कैलेंडर
दक्षिण भारतीय राज्यों में सावन माह की शुरुआत 2 अगस्त से होगी, जो 30 अगस्त को समाप्त होगा। इस बीच चार सोमवार पड़ेंगे। ये हैं सावन सोमवारों की तिथि।
- 5 अगस्त, 2019
- 12 अगस्त, 2019
- 19 अगस्त, 2019
- 26 अगस्त, 2019
सावन सोमवार की पूजा विधि
सोमवार का व्रत शिव को समर्पित होता है, और मंगलवार का व्रत माता पार्वती के लिए होता है। सावन के महीने के दौरान, भक्त जल्दी उठ कर पूजा स्थल को साफ करते हैं। सावन सोमवर पूजा के लिए पंचामृत, नारियल और बिल्व पत्र जरूरी होते हैं। पूजा के दौरान भक्त ओम नमः शिवाय का जाप करते हैं और भगवान शिव का ध्यान करते हैं।
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मान्यता है कि इस माह में जो भी पूरी श्रद्धा से व्रत करता है और भगवान शिव की पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।