नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के राज्याभिषेक दिवस (Shivrajyabhishek) का उत्सव मना रहा है, जिसे हिंदू साम्राज्य दिवस भी कहा जाता है।
हिंदू साम्राज्य दिवस आरएसएस (RSS) द्वारा मनाए जाने वाले प्रमुख उत्सवों में से एक है। आरएसएस का मानना है कि शिवाजी के राज्याभिषेक के साथ ही एक हिंदू साम्राज्य अस्तित्व में आया था। जिसके कारण ही इस उत्सव को धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
हालांकि कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप की वजह से इस बार लोगों में पहले जितना हर्षोल्लसा देखने को नहीं मिल रहा। कोरोना के तेजी से बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखने की सख्त हिदायत दी गई है।
ऐसी स्थिति में आरएसएस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए वार्ता, वेबिनार, सेमिनार जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर इस उत्सव को मना रहा है। आपको बता दें कि साल 1674 में इसी तिथि पर मराठा साम्राज्य के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था।
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती की धूम अमेरिका तक
महाराष्ट्र में इस दिन को शिवराज्याभिषेक सोहळा के तौर पर मनाया जाता है। आरएसएस के मुताबिक, यह मराठा साम्राज्य के महान शासक और वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा संपूर्ण राष्ट्र के लिए किए गए प्रयासों को याद करने का दिन है।
आरएसएस ने इस त्योहार को इसलिए मनाना शुरू किया, क्योंकि उनका मानना है कि शिवराज्याभिषेक से एक हिंदू राज्य का उदय हुआ था। शिवाजी ने इस दिन पर स्वयं घोषणा करते हुए कहा था कि हिंदू स्व–शासन की स्थापना की जानी चाहिए और यही इच्छा भगवान की भी है।
हिंदू साम्राज्य दिवस ऐसा त्योहार है, जिसे आम तौर पर समाज में बड़े पैमाने पर तो नहीं मनाया जाता है। इस पर संघ का कहना है कि असल में अधिकांश लोग इस बात से बेखबर हैं कि इस दिन एक ऐतिहासिक घटना घटी थी, जिसका उत्सव हम सभी को मनाना चाहिए।
आज के दिन लोग अपने शिवाजी महाराज का चित्र लगाकर उस पर पुष्पार्चन का कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। आरएसएस 5,6 जून को शिवाजी द्वारा स्थापित साम्राज्य में किए जाने वाले प्रासंगिक कार्यों के बारे में भी लोगों को जानकारी देगी।