हर साल केंंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किया जाता है। अभी वित्त मंत्री अरुण जेटली बीमार हैं, इलाज के सिलसिले में यूएस में हैं, तो उनकी अनुपस्थिति में पीयूष गोयल मोदी सरकार का छठा बजट पेश कर रहे हैं। ये अंतरिम बजट होगा। जब केंद्र सरकार के पास पूर्ण बजट पेश करने के लिए समय नहीं होता है तो वह अंतरिम बजट पेश करती है। जो पूरे साल के लिए न होकर कुछ महीनों के लिए होता है। 2019 में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं तो इसलिए अभी अंतरिम बजट पेश होने जा रहा है।
बजट से जुड़ी कुछ खास बातें
आपने गौर किया होगा, बजट के दिन पेश वित्त मंत्री सभी दस्तावेज को लाल बैग में लेकर संसद पहुँचते हैं। लेदर की इस लाल बैग का बजट के साथ एक खास कनेक्शन है। दरअसल, साल 1733 में पहली बार ब्रिटिश वित्त मंत्री राबर्ट वॉलपोल ने बजट पेश करने के दौरान देश के आर्थिक लेखेजोखे से जुड़े तमाम कागजात एक चमड़े के थैले में लेकर आए थे, जिसे फ्रेंच भाषा में बोजेट या बुगेट का नाम दिया गया था। वहीं से ये बजट शब्द निकल कर आया और लाल बैग में बजट पेश करने की परंपरा शुरू हुई।
बजट क्या है?
बजट यानि भारत की अर्थव्यस्था का दस्तावेज। आसान भाषा में कहें तो बजट एक वित्तीय वर्ष में सरकारी आय-व्यय का लेखा-जोखा होता है। सरकार द्वारा अलग-अलग मदों में खर्च के लिए फंड अलॉट किया जाता है।
बजट 2019: पूर्ण बजट और अंतरिम बजट में क्या है अंतर? जानें इसके बारे में…