एम्स दिल्ली में आज से स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो जाएगा। शनिवार को दिल्ली AIIMS की एथिक्स कमेटी ने कोरोना वैक्सीन COVAXIN के ह्यूमन फेज-1 ट्रायल को मंजूरी दी थी। जानकारी के अनुसार एथिक्स कमेटी से अनुमति मिलने के महज 10 घंटे के भीतर ही 1000 लोगों ने इस ट्रायल के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया था।
फिलहाल इस ह्यूमन ट्रायल के लिए सिर्फ दिल्ली और एनसीआर में रह रहे लोगों को ही अनुमति दी गई है। वैक्सीन को लेकर 12 सेंटर बनाए गए हैं, जहां पर पहले ही इसका परीक्षण शुरू कर दिया गया है, क्योंकि इस परीक्षण की अनुमति उन्हें पहले ही मिल गई थी। वैक्सीन ट्रायल के लिए अपना नाम रजिस्टर कराया जा सकता है।
ट्रायल के लिए नाम रजिस्ट्रेशन को लेकर ctaiims.covid19@gmail.com पर मेल कर सकते हैं। इसके अलावा 07428847499 नंबर पर कॉल करके वैक्सीन ट्रायल के लिए अपना नाम रजिस्टर कराया जा सकता है। एम्स के एक प्रोफेसर के मुताबिक, सिर्फ 18 साल से ऊपर और 55 साल से कम उम्र के लोग ही ट्रायल में शामिल हो सकेंगे।
जिस शख्स पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल होगा उसका कोविड टेस्ट किया जाएगा। ट्रायल में शामिल होने वाले शख्स का खून, लीवर, बीपी और किडनी समेत तमाम टेस्ट में स्वस्थ पाए जाने के बाद ही वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इस ट्रायल के पहले और दूसरे चरण में 100 लोगों को शामिल किया जाएगा।
सोमवार से इन लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण शुरू करेगी, इसके बाद इन्हें यह टीका दिया जाएगा। यह ट्रायल 12 जगहों पर किया जाएगा। इस ट्रायल को पटना एम्स में पहले ही शुरू किया जा चुका है। भारत की पहले स्वदेशी वैक्सीन कैंडिडेट कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा ICMR और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से विकसित किया जा रहा है।
भारत (India) में DCGI ने अबतक दो वैक्सीन की अनुमति दी है। इनमें पहली भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (Bharat Biotech International Ltd )ने ICMR के सहयोग से विकसित की है और दूसरी, जो Zydas Cadila Healthcare Ltd द्वारा विकसित की जा रही है।