नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर, वैक्सीनेशन, लॉकडाउन जैसी तमाम पॉजीटिव-निगेटिव खबरों के बीच शेयर बाजार (Share Market) में पिछले एक महीने से काफी उतार-चढ़ाव रहा। इस उतार-चढ़ाव के बीच कुछ ऐसे स्टॉक्स (Stocks) हैं जिन्होंने अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया। केवल एक महीने में आर्चिड फार्मा (Orchid Pharma) के शेयर 178.50 फीसद उछले। यानी एक महीने पहले इस शेयर (Share Market) में जिसने भी एक लाख रुपये इन्वेस्ट किया होगा, आज उसका पैसा पौने तीन गुना से अधिक हो गया है। एक महीने में शेयर (Share Market) का मूल्य 905 रुपये से 2527.90 रुपये तक पहुंच गया।
केवल एक महीने में ही पैसा डबल करने वाले शेयरों में एक और नाम है अडाणी गैस (ATGL) का। अडाणी ग्रुप की इस कंपनी का शेयर लगातार बढ़ रहा है। एक महीने में ही यह 101.86 फीसद बढ़ गया। एक महीने के अंदर यह 516.50 रुपये से 1087.80 पर पहुंच गया। इसके अलावा इंटलेक्ट डिजाइन, आडणी पावर, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी इंटरप्राइजेज जैसे शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को पिछले 30 दिन में काफी फायदा हुआ है।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों (Global signals) और चौतरफा लिवाली के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों (Indian stock exchanges) में नए वित्त वर्ष की तेजी के साथ शुरुआत हुई। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 520 अंकों की बढ़त के साथ एक बार फिर 50 हजार के ऊपर बंद हुआ। गुरुवार को कारोबार के अंत में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सूचकांक 520.68 अंक या 1.05 प्रतिशत बढ़कर 50,029.83 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 25 के शेयर तेजी के साथ बंद हुए। इसी तरह व्यापक आधार वाला एनएसई निफ्टी 176.65 अंक या 1.2 प्रतिशत बढ़कर 14,867.35 पर बंद हुआ।
मार्च के महीने में मजबूत बिक्री आंकड़ों से ऑटो शेयरों को समर्थन मिला। इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.6 फीसदी की गिरावट के साथ 63.95 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। अमेरिका में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना की घोषणा से एशिया सहित दुनिया भर में निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने बुधवार को भारतीय बाजारों में सकल आधार पर 1,685.91 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
(Disclaimer: निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें। इस खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का Newsd से कोई लेना-देना नहीं होगा। निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)