IND vs SA: टेस्ट टीम में चुने जाने की खबर मिली तो कोलकाता में थे शाहबाज नदीम, रातोंरात कार से पहुंचे रांची

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IND vs SA Ranchi test match 2019: टेस्ट टीम में चुने जाने की खबर मिली तो कोलकाता में थे शाहबाज नदीम, रातोंरात कार से पहुंचे रांची

IND v SA Ranchi test match 2019: झारखंड के खब्बू स्पिनर शाहबाज नदीम (Shahbaz Nadeem) को आखिरकार भाग्य का सहारा मिला और पहली बार इंडिया की टेस्ट टीम में खेलने का मौका मिला है। 14 साल पहले करीब 16 वर्ष की उम्र में क्रिकेटर के तौर पर शुरू हुई शाहबाज़ नदीम का सफर एक बड़े मुकाम पर पहुँच गया है। बिहार के मुजफ्फरपुर से ताल्लुक रखने वाले नदीम ने लगातार दो साल प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 50 से अधिक विकेट लेते हुए टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम पर लगातार दस्तक दी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची में शनिवार से शुरू होने वाले टेस्ट मैच में देश के लिए खेलने जा रहे नदीम के जीवन का सबसे बड़ा सपना पूरा हुआ है।

यहाँ ये बताना जरूरी है कि नदीम को नसीब का साथ भी मिला है। उन्हें टीम इंडिया का हिस्सा रहे कुलदीप यादव के अचानक अनफिट हो जाने के कारण ये मौका हाथ लगा। दिलचस्प बात तो ये है कि जिस समय नदीम को टीम में चुने जाने की सूचना मिली तो वह कोलकाता में थे। चूंकि यह सूचना उन्हें रात में मिली इसलिए वे कार से ही रांची के लिए निकल पड़े।


एक हिंदी अखबार से बातचीत करते हुए शाहबाज़ नदीम ने कहा कि उनके जीवन का सबसे बड़ा सपना आज पूरा हुआ। उन्होंने बताया, “मैं शुरू से ही देश के लिए खेलना चाहता था। इसके लिए लगातार प्रयास भी कर रहा था लेकिन मौका नहीं मिला। आज जब मुझे यह सूचना मिली तो कुछ क्षण के लिए तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। लेकिन बीसीसीआई से जानकारी मिलने के बाद मैं रांची की ओर निकल गया। मेरा व मेरे परिवार का सपना पूरा होने पर मैं खुश हूं।”

नदीम ने आगे कहा, मैं खुदकिस्मत हूं कि मुझे अपने घर में खेलने का मौका मिल रहा है। इसलिए मुझ पर कोई दबाव नहीं है। जाना पहचाना मैदान व पिच व अपने लोगों के बीच खेलना मेरे लिए सुखद अनुभूति होगी।

‘मैं कभी निराश नहीं हुआ’

घरेलू क्रिकेट में लगातार विकेट लेने के बावजूद भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाने के सवाल पर नदीम ने कहा कि इस बात का मलाल तो होता था लेकिन मैं कभी निराश नहीं हुआ। मुझे लगता था कि मेरे में अभी कुछ कमी है जिस कारण में नेशनल टीम में शामिल नहीं हो पा रहा हूं। इसके बाद मैं और जमकर अभ्यास करता और मैच दर मैच बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करता। रणजी मैच हो या भारतीय ए टीम का मैच मैं सबमें कुछ अलग करने का प्रयास करता जिसका लाभ मुझे मिलता और मैं विकेट लेने में सफल रहा।


टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के बारे में बात करते हुए नदीम ने आगे कहा कि भले ही उनकी कप्तानी में मैंने इंटरनेशनल मैच नहीं खेला लेकिन रणजी ट्रॉफी में हमने कई मैच साथ खेले। मैं जब भी गेंदबाजी करता तब धोनी भाई कुछ ना कुछ बताते। ओवर के बाद भी मेरी गलतियों के संबंध में बता कर सही करने को कहते थे। धोनी भाई की कप्तानी में अगर टेस्ट खेलता तो मेरे लिए एक और उपलब्धि होती। लेकिन अब जब मुझे टीम में चुन लिया गया है तो मैं टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करूंगा।


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