इंदौर में पिंक बॉल के साथ ट्रेनिंग करेगी टीम इंडिया, पुजारा और रहाणे ने कही ये बात

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इंदौर में पिंक बॉल के साथ ट्रेनिंग करेगी टीम इंडिया, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कही ये बात

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रबंधन ने बांग्लादेश के खिलाफ 22 से 26 नवंबर के बीच ईडन गार्डन्स में होने वाले ऐतिहासिक दिन-रात के टेस्ट मैच से पहले मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) से विराट कोहली और उनकी टीम के लिए पिंक बॉल के साथ रात में ट्रेनिंग कराने का इंतजाम करने की मांग की है। आईएएनएस से बात करते हुए एमपीसीए के सचिव मिलिंद कानमाडिकर ने इसकी पुष्टि की और बताया कि संघ खिलाड़ियों की मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है ताकि वह पिंक बॉल से खेलने के लिए अभ्यस्त हो जाए।

मिलिंद ने कहा, “हमसे भारतीय टीम ने अनुरोध कि वह रात में पिंक बॉल के साथ ट्रेनिंग करना चाहते हैं, ताकि बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले पहले दिन-रात के मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। हम इसका पूरा इंतजाम करेंगे।”


टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी माना कि पिंक बॉल के साथ खेलने से पहले ट्रेनिंग बहुत अहम है।

‘बीसीसीआई डॉट टीवी’ ने रहाणे के हवाले से बताया, “मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत उत्साहित हूं। यह एक नई चुनौती है। मुझे नहीं पता कि मैच कैसा होगा, लेकिन हमें ट्रेनिंग सेशन के जरिए इसका आइडिया मिलेगा। ट्रेनिंग के बाद ही हमें अंदाजा होगा कि पिंक बॉल कितनी स्विंग करती है और हर सत्र में गेंद कैसे काम करती है। फैन्स के नजरिए से भी यह दिलचस्प होगा।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बल्लेबाज के रूप में गेंद लेट स्विंग होगी और एक बल्लेबाज के रूप यह अच्छा होगा कि आप लेट खेलें। यह मेरा व्यक्तिगत विचार है। इसके अभ्यस्त होने में ज्यादा तकलीफ नहीं होनी चाहिए।”


वहीं टीम के टेस्ट विशेषज्ञ पुजारा ने आईएएनएस से बात करते हुए गुलाबी गेंद से बल्लेबाजों को आने वाली परेशानी की बात को नकार दिया और कहा कि बल्लेबाजों के नजरिए से चीजें ज्यादा बदली हुई नहीं होंगी।

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता है कि जब आप गुलाबी गेंद से खेलना शुरू करते हो तो ज्यादा कोई अंतर होता है। चूंकि मैं एसजी गुलाबी गेंद से नहीं खेला हूं इसलिए मैं पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हूं लेकिन मुझे लगता है कि एजसी गुलाबी गेंद लाल गेंद की तरह की होगी। मुझे लगता है कि भारत में एसजी गेंद की क्वालीटी सुधरी है।”

उन्होंने कहा, “दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई हालिया सीरीज को देखिए, गेंद ने जिस तरह से अपना आकार बनाए रखा उससे खिलाड़ी काफी खुश थे और यहां तक की गेंद की क्वालीटी भी काफी अच्छी थी। इसलिए हम गुलाबी गेंद से भी इसी तरह की उम्मीद कर रहे हैं। हां ये लाल गेंद की अपेक्षा थोड़ी अलग जरूर होगी लेकिन ज्यादा कुछ अंतर नहीं होगा।”


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(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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