चर्चित CBI प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया है। अब संस्था के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इससे पहले सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को हटाया गया था। गुरुवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि सीबीआई के तीन अन्य अधिकारियों संयुक्त निदेशक अरुण कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक मनीष कुमार सिन्हा और पुलिस अधीक्षक जयंत जे नाईकनवरे के कार्यकाल में भी कटौती की गई है।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है, ”इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने मंजूरी दे दी है।” प्राप्त खबरों के अनुसार राकेश अस्थाना को सिविल एविएशन सिक्युरिटी का प्रमुख बनाया जा सकता है।
सरकार का यह आदेश ऐसे समय आया है जब कुछ दिन पहले ही आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटा कर उन्हें दमकल, सिविल डिफेंस और होम गार्ड का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। हालाँकि आलोक वर्मा ने नया पद लेने से इंकार कर दिया था और कहा था कि वह पुलिस सेवा से पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
ज्ञात हो के कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चस्तरीय चयन समिति ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाने का बड़ा फैसला लिया था, जिसपर काफी विवाद भी हुआ था। समिति के अन्य सदस्यों में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और न्यायधीश एके सीकरी भी शामिल थे। खड़गे के विरोध के बाद यह फैसला 2-1 के बहुमत से लिया गया था। इस फैसले के अगले दिन ही आलोक वर्मा ने सेवा से इस्तीफा दे दिया था।
इस पूरे प्रकरण के बाद के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर CBI की स्वायत्तता में दखलअंदाजी का आरोप लगाया था। लंबे समय से देश की शीर्ष जाँच एजेंसी अपनी साख को लेकर कठघरे में है।