भारतीय वायुसेना को मिला पहला ‘अपाचे गार्जियन लड़ाकू हेलीकॉप्टर’, जानिए इसकी खासियत

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भारतीय वायुसेना को मिला पहला अपाचे गार्जियन लड़ाकू हेलीकॉप्टर, जानिए इसकी खासियत

शनिवार को भारतीय वायुसेना को इसका पहला लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे गार्जियन (Apache Guardian Attack Helicopter) मिला। इस हेलीकॉप्टर को अमेरिका के एरिजोना में निर्मित किया गया है। यह अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी बोइंग द्वारा भारतीय वायुसेना को दिए जाने वाले 22 अपाचे गार्जियन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से पहला हेलीकॉप्टर है। इन हेलीकॉप्टर का सौदा लगभग तीन साल पहले हुआ था।

इस हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना द्वारा चीन और पाकिस्तानी सीमा पर तैनात किया जाएगा।


भारतीय वायुसेना इस पर खुशी जताते हुए बताया कि ‘AH-64ई (आई) अपाचे गार्जियनहेलीकॉप्टर को शामिल करना देश में हेलीकॉप्टर बेडे़ के आधुनिकीकरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि ‘भारतीय वायुसेना की भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार हेलीकॉप्टर पर्वतीय क्षेत्र में महत्वपूर्ण क्षमता प्रदान करेगा।’

पहला लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे गार्जियन मिलने की जानकारी देते हुए भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा, ‘पहला AH-64ई (आई)(आई) अपाचे गार्जियन हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना को 10 मई को अमेरिका के मेसा, एरिजोना स्थित बोइंग के उत्पादन प्रतिष्ठान में औपचारिक रूप से सौंपा गया। एएच-64ई अपाचे एक अग्रणी बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और इसे अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है।’

 हेलीकॉप्टर अपाचे गार्जियन की खासियत

  • यह अपाचे गार्जियन अमेरिकी सेना और अन्य अतंरराष्ट्रीय रक्षा सेनाओं का सबसे एडवांस हेलीकॉप्टर है। यह एक साथ कई काम कर पाएगा।
  • इस हेलीकॉप्टर ने पहली उड़ान साल 1975 में भरी थी। अमेरिकी सेना में इसे साल 1986 में शामिल किया गया था।
  • हेलीकॉप्टर अपाचे गार्जियन का निर्माण अमेरिकी सेना के एडवांस अटैक हेलिकॉप्टर प्रोग्राम के लिए किया गया था।
  • अमेरिका ने इस अपाचे हेलीकॉप्टर को पनामा, अफगानिस्तान और इराक के विरुद्ध उपयोग किया है। इजरायल भी इस हेलीकॉप्टर का प्रयोग लेबनान और गाजा पट्टी में अपने सैन्य ऑपरेशनों के लिए करता रहा है।
  • अपाचे गार्जियन को अमेरिका के अलावा इजरायल, मिस्त्र और नीदरलैंड की सेनाएं भी इस्तेमाल करती हैं।
  • फीचर्स की बात करें तो, इस हेलीकॉप्टर में दो जनरल इलेक्ट्रिक टी700 टर्बोशैफ्ट इंजन लगे हैं। यह हेलीकॉप्टर अंधेरे में भी उड़ान भर सकता है क्योंकि इसमें आगे की तरफ सेंसर फिट है।
  • अपाचे गार्जियन में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हैं। जिनके पेलोड इतने तीव्र विस्फोटकों से भरे होते हैं। इसके अलावा इसके दोनों तरफ 30एमएम की दो गन लगी हैं।
  • अपाचे गार्जियन 365 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है। अपनी तेज गति के कारण यह दुश्मनों के टैंकरों के आसानी से परखच्चे उड़ा सकता है।
  • इस हेलीकॉप्टर का का वजन 5,165 किलोग्राम है।
  • इसमें दो पायलटों के बैठने के लिए स्थान है। इसकी खासियत है कि यह किसी भी परिस्थिति में युद्ध क्षेत्र में टिका रह सकता है।
  • हेलिकॉप्टर में लगी ऑटोमैटिक एम230 चेन गन से अपने दुश्मन को आसानी से टारगेट करने के लिए इसमें हेल्मेट माउंटेड डिस्प्ले, इंटिग्रेटेड हेलमेट और डिस्प्ले साइटिंग सिस्टम दिया गया है।


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