भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया है। लद्दाख के गलवान घाटी में भारत चीन सैनिकों के बीच झड़प में तीन भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। इनमें एक सेना के कर्नल रैंक के अफसर भी शामिल हैं। शहीद हुए अफ़सर बिहार के बताए जा रहे हैं। वहीं 11 भारतीय जवान जख्मी हालत में हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार देर रात को हुई इस झड़प में दोनों ओर से पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है। जिसमें चीन के भी कुछ सैनिक मारे गए हैं। हालांकि, चीन की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। साल 1962 के बाद यह पहला मौका है जब भारत-चीन सीमा पर किसी सैनिक की शहादत हुई हो।
सूत्रों के मुताबिक, LAC पर चीन के साथ हुई झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत के साथ बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद थे। सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारतीय सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलावर को पठानकोट की प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है।
विपक्ष ने मोदी सरकार से स्थिति स्पष्ट करने को कहा
चीन की इस हरकत के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति को स्पष्ट करने की मांग की है। अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, “चीन की गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है। भावपूर्ण नमन। सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है।”
गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन.
सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 16, 2020
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल ने चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारतीय सेना के अफ़सर और जवानों की शहादत पर संसद की बैठक बुलाने की माँग की है।
None can bear with this… while we heard from @realDonaldTrump ..no official communication to the nation so far. Urge the #government to immediately convene Parliament. #martyrdom of the jawans have raised serious questions. Silence doesn’t speak! https://t.co/i2y2wR4FEB
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) June 16, 2020
गौरतलब है कि पिछले करीब दो महीने से भारत और चीन सैनिकों के बीच लद्दाख में तनातनी चल रही है। भारत की ओर से सड़क निर्माण का काम किए जाने पर आपत्ति जताते हुए बड़ी संख्या में चीनी सैनिक यहां आ गए थे। दोनों देशों में सीमा विवाद को लेकर वार्ता चल रही थी। दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने की खबरें आ रही थीं और माना जा रहा था कि बातचीत से जल्द ही यह तनाव खत्म हो जाएगा।