अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए पहला दोहरा शतक बनाने वाले क्रिकेटर का जन्मदिन आज

  • Follow Newsd Hindi On  
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए पहला दोहरा शतक बनाने वाले क्रिकेटर का जन्मदिन आज

भारत में क्रिकेट को एक धर्म की देखा जाता है। इसके खिलाड़ियों को भगवान की तरह पूजा जाता है। यूँ तो क्रिकेट का इतिहास 200 साल से ज्यादा पुराना है, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना पहला टेस्ट मैच लॉर्ड्स में 25 जून 1932 को खेला था। इसके साथ ही भारत टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला दुनिया का छठा देश बन गया था। आज भले क्रिकेट के तीनों तरह के स्वरूप में भारत का दबदबा है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में भारत के किसी क्रिकेटर को दोहरा शतक लगाने में 23 बरस का समय लगा।

पॉली उमरीगर ने जमाया पहला दोहरा शतक

भारत के क्रिकेट इतिहास में अगर महान बल्लेबाजों की गिनती का सिलसिला यदि शुरू होगा तो यकिनन पॉली उमरीगर उसमें अव्वल होंगे। शायद कम ही लोगों को पता होगा कि पॉली उमरीगर को देश की तरफ से पहला दोहरा शतक जमाने का गौरव हासिल है। लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने अपने बल्ले से भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई कीर्तिमान बनाए, लेकिन उनसे पहले ज्यादातर रिकॉर्ड पॉली उमरीगर के नाम पर थे। उन्होंने पहली बार भारत की तरफ से दोहरा शतक बनाया। उमरीगर ने 20 नवंबर 1955 को न्यूजीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था।


उमरीगर सिर्फ एक अच्छे बल्लेबाज ही नहीं थे वो कुशल गेंदबाज भी थे। वो गजब के ऑफ स्पिनर थे। वह वीनू मांकड़ के अलावा दूसरे भारतीय खिलाड़ी थे, जिन्होंने एक पारी में शतक और 5 विकेट लेने का कमाल किया था। अपने टेस्ट करियर में भारत की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने, सबसे ज्यादा रन बनाने, सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड पॉली उमरीगर नाम था। उनके रिकॉर्ड को बाद में सुनील गावस्कर ने तोड़ा था।

यादगार पारी

पॉली उमरीगर की सबसे यादगार पारी थी 1951-52 में इंग्लैंड के खिलाफ। मद्रास टेस्ट में भारत ने पहली बार इंग्लैंड को हराया था। उन्होंने 59 टेस्ट मैच खेले और 42.22 की औसत से 3631 रन बनाए। उन्होंने 42.08 की औसत से 35 विकेट भी लिए। उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी भी की। उनकी कप्तानी में भारत ने दो टेस्ट मैच जीते और दो हारे।

विवादों के बाद कप्तानी से इस्तीफा

चयनकर्ताओं से विवादों के बाद 1959 में पॉली उमरीगर ने टेस्ट मैच की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। बाद में वह चयन समिति के  चेयरमैन और बीसीसीआई कार्यकारी सचिव के रूप में भारतीय क्रिकेट से जुड़े रहे।


कैंसर के कारण दुनिया को अलविदा कह दिया

28 मार्च 1926 को पैदा हुए पहलान रतनजी उमरीगर ने 1948 से 1962 तक टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 7 नवंबर साल 2006 उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। कैंसर के कारण 80 की उम्र में उनका निधन हो गया था। बीसीसीआई ने इस दिग्गज क्रिकेटर के सम्मान में एक पुरस्कार ‘पॉली उमरीगर क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ की शुरुआत की है। बोर्ड साल के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (महिला/पुरुष) को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करता है।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)