इंडियनऑयल का फ्रांसीसी शोधकर्ता के आधार डेटा लीक दावे से इनकार

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नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)| इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने मंगलवार को फ्रांस के एक सुरक्षा शोधकर्ता के आधार डेटा लीक होने के दावों से इनकार किया। फ्रांस के सुरक्षा शोधकर्ता का दावा था कि कंपनी की इंडेन वेबसाइट से 67 लाख से ज्यादा ग्राहकों के आधार डाटा लीक हुए हैं।

इंडेन एक एलपीजी ब्रांड है, जिसका स्वामित्व इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (इंडियनऑयल) के पास है।


बैपटिस्ट रॉबर्ट जो इलियट एल्डरसन के नाम से ऑनलाइन हैंडल चलाते हैं। उन्होंने मंगलवार को ‘मीडियम’ पर एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि उन्होंने एक ट्विटर फालोवर की गुप्त सूचना प्राप्त होने के बाद मामले की जांच की।

एल्डरसन की जांच में खुलासा हुआ कि इंडेन वेबसाइट के हिस्से की जानकारी पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ सुरक्षित नहीं थी।

एल्डरसन ने कहा, “स्थानीय डीलर पोर्टल में सत्यापन की कमी के कारण इंडेन अपने ग्राहकों के नाम, पते और आधार संख्या को लीक कर रहा है।”


इंडियनऑयल ने इन दावों से इनकार किया। इंडियनऑयल ने कहा कि कंपनी अपने सॉफ्टवेयर में सिर्फ आधार नंबर लेती है, जिसकी एलपीजी सब्सिडी के ट्रांसफर के लिए जरूरत होती है।

कंपनी ने कहा, “आधार से जुड़े दूसरे विवरण इंडियनऑयल द्वारा नहीं लिए जाते। इसलिए, हमारे माध्यम से आधार डेटा लीक होना संभव नहीं है।”

बयान में यह भी कहा गया, “अतीत में कई कनेक्शन की सूची में ग्राहकों की सूचना जैसे ग्राहक संख्या, एलपीजी आईडी नाम, पता संबंधित वेबसाइट पर सार्वजनिक तौर पर रहते थे, जो सोशल ऑडिट के लिए उपलब्ध थे। इस वेबसाइट पर कोई आधार नंबर नहीं है।”

एल्डरसन ने कहा कि इंडेन के कुल 11,062 डीलर हैं, लेकिन वह सिर्फ 9,490 डीलरों की जांच कर सके हैं, क्योंकि इंडेन ने संभवतया अपनी आईपी को ब्लॉक कर दिया।

एल्डरसन ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “मेरे स्क्रिप्ट ने 9,490 डीलरों की जांच की और पाया कि कुल 58, 26,116 इंडेन ग्राहक इस लीक से प्रभावित हैं।”

एल्डर्सन ने कहा, “दुर्भाग्य से इंडेन ने शायद मेरे आईपी को ब्लॉक कर दिया इसलिए मैं बाकी 1,572 डीलरों का परीक्षण नहीं कर पाया। लेकिन बुनियादी हिसाब के आधार पर मैं कह सकता हूं यह आंकड़ा 6,791,200 था।”

एवलांस ग्लोबल सॉल्यूशंस के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनन शाह ने आईएएनएस से एक बयान में कहा, “सभी सरकारी व गैर सरकारी संगठनों द्वारा जुटाए गए डेटा का दुरुपयोग कई तरीकों से हो सकता है। इसलिए खुद व दूसरों को इससे हो सकने वाले नुकसान के बारे में बताना बुद्धिमानी होगी।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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