इंदौर: निगमकर्मियों ने पलट दिया था अंडे का ठेला, 13 साल के बच्चे की मदद के लिए आगे आए केजरीवाल, दिग्विजय सिंह समेत कई नेता

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इंदौर: निगमकर्मियों ने पलट दिया था अंडे का ठेला, 13 साल के बच्चे की मदद के लिए आगे आए केजरीवाल, दिग्विजय सिंह समेत कई नेता

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) का एक वीडियो पिछले दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इसमें इंदौर नगर निगम कर्मचारियों द्वारा ठेलेवालों पर कार्रवाई के दौरान सड़क किनारे अंडा बेच रहे 14 साल के लड़के के ठेले को बीच सड़क पर उलट दिया गया। वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि ठेला सड़क पर पलट दिए जाने के बाद सारा अंडा जमीन पर गिर कर बर्बाद हो गया है और बच्चा काफी परेशान है। वह चीखता रहता है लेकिन निगम कर्मचारी उसकी एक नहीं सुनते हैं और वहां से चले जाते हैं।

वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर निगम कर्मियों की इस हरकत की जमकर आलोचना हुई। वहीं अब पीड़ित बच्चे की मदद के लिए लगातार लोग आगे आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, कई नेता इस गरीब बच्चे की मदद कर चुके हैं। अब इस फेहरिस्त में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम भी जुड़ गया है। उनकी ओर से एक मैडम ने बच्चे के परिजनों को कॉल कर दोनों भाइयों को 5-5 लाख रुपए की मदद का भरोसा दिया है। वहीं, बच्चे और उसके परिजनों का दावा है कि उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पीए का भी फोन आया है।


दैनिक भास्कर में छपे एक रिपोर्ट के मुताबिक, पारस के नाना विजय रायकवार ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए का फोन आया था। मैडम ने कहा कि पारस और पारस के भाई को पांच-पांच लाख रुपए की मदद का भरोसा दिया है। वहीं, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बच्चों तक 10 हजार की मदद पहुंचाई और दोनों की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी लेने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा अंडा विक्रेता पारस को साइकिल और मकान अलॉटमेंट के लिए विधायक रमेश मेंदोला ने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। इसके अलावा शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने भी बच्चे को 5 हजार रुपए मदद के तौर पर दिए हैं।

पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ के मुताबिक उन्होंने बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर कहा है कि शासन की योजना के तहत बच्चों को हर माह दो-दो हजार रुपये की राशि दिलवाने का प्रयास करें। समिति की अध्यक्ष माया पांडे के मुताबिक हम शासन की स्पांसरशिप योजना और अन्य योजना का लाभ बच्चों को दिलवाने का प्रयास करेंगे।

यह है मामला

दरअसल, पिपलियहाना चौराहे पर 13 साल का पारस परिवार के साथ अंडे का ठेला लगाकर रोजी-रोटी कमा रहा था। बच्चे ने बताया कि वह सुबह से ठेला लगाए हुए था। निगम की टीम गाड़ी लेकर आई और कहा कि यहां से ठेला हटा लें, नहीं तो जब्त कर लेंगे। वे 100 रुपए मांग रहे थे, नहीं देने पर ठेला हटाने काे कहा। इसी दाैरान ठेला पलट गया और इससे सारे अंडे फूट गए। सड़क पर बिखरे अंडे देखा बच्चा और परिजन निगमकर्मियों को कोसते रहे।


मामा का परिवार साथ रखने को तैयार नहीं

बालक पारस के मुताबिक उनकी मां की 10 साल पहले मौत हो गई और पिता दूसरी शादी करके गायब हो गया है। इंदौर में इनके मामा का परिवार भी रहता है, लेकिन वो दोनों बच्चों को अपने साथ रखना नहीं चाहते हैं। नाना रायकवार के मुताबिक मेरा बेटा और बहू कहते हैं कि हम इन बच्चों को दो से तीन बार खाना नहीं खिला पाएंगे। लॉकडाउन के दौरान भी बच्चे परेशान होते रहे।

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