ईरान में मंगलवार को जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे में 10 लाख से ज्यादा लोग जुटे। ईरान के सरकारी न्यूज चैनल के मुताबिक, सुलेमानी के गृहराज्य केरमान में सुपुर्द-ए-ख़ाक से पहले ही भगदड़ मच गई। इसमें 35 लोगों के मारे जाने की खबर है 48 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ईरान की स्थानीय मीडिया इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज के प्रमुख पीरहुसैन कुलीवंद के हवाले से बताया कि भगदड़ में कई लोग मारे गए हैं। हालांकि, उन्होंने मृतकों का आंकड़ा नहीं बताया।
A number of people die in stampede during the funeral ceremony of Lt. Gen. Soleimani in his hometown city of #Kerman: Head of #Iran’s Emergency Organization #QassemSoleimani pic.twitter.com/xgrjP8QrME
— Press TV (@PressTV) January 7, 2020
इससे पहले अमेरिकी ड्रोन हमले में पिछले सप्ताह मारे गए अपने शीर्ष सैन्य नेता को अंतिम विदाई देने के लिए काले कपड़ों में लाखों की संख्या में लोग तेहरान की सड़कों पर जमा हुए। इस भारी भीड़ में अनेक लोग हाथों में ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ की तख्तियां और अपने लोकप्रिय सैन्य हीरो सुलेमानी की तस्वीर लिए हुए थे। अमेरिकी डोन हमले में बगदाद में मारे गए सुलेमानी और अन्य सैनिकों के जनाजे की नमाज खुद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने पढ़ी।
बगदाद हमले में मारे गए सुलेमानी और पांच अन्य शहीदों के जनाजे की नमाज के दौरान खामनेई की आंखें भर आयीं और एक बार वह रो पड़े। सर्वोच्च नेता के साथ इस दौरान राष्ट्रपति हसन रुहानी, अन्य शीर्ष नेता और सैन्य अधिकारी, सुलेमानी के पुत्र और देश के नए सेना प्रमुख इस्लाइल गनी भी उपस्थित थे।
जनरल कासिम सुलेमानी को उनके गृह नगर केरमान (केंद्रीय ईरान) में दफनाया गया।
कौन थे मेजर जनरल कासिम सुलेमानी? ईरान और अमेरिका के लिए कितने थे अहम