जयपुर : पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो दुष्कर्म पीड़िता ने थाने में खुद को लगाई आग, हुई मौत

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दिन-प्रतिदिन महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। लेकिन मामला तब और गंभीर हो जाता है जब महिलाएं न्याय के लिए पुलिस के पास जाती हैं और वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। राजस्थान की राजधानी जयपुर से ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जयपुर में रविवार को हुई सनसनीखेज घटना में एक दुष्कर्म पीड़िता ने वैशाली नगर थाने में खुद को कैरोसिन डालकर आग लगा ली। आग से गंभीर रूप से झुलसी महिला को सवाई मानसिंह अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार तड़के उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता रेप के मामले में कार्रवाई नहीं होने से पुलिस से परेशान थी।

क्या है पूरा मामला? 


खबरों के अनुसार घटना रविवार शाम की है। पीड़िता ने करीब एक माह पहले थाने में रेप का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया था। बाद में उससे दुष्कर्म किया। आरोपी ने इसकी वीडियो क्लिप भी बना ली। उसके बाद वह उस अश्लील क्लिप को वायरल करने की धमकी देकर रेप करने लगा। इस मामले में कार्रवाई को लेकर वह लगातार पुलिस थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक इससे आहत पीड़िता रविवार शाम को अपने 15 साल के बेटे के साथ वैशाली नगर थाने पहुंची। वहां उसने खुद को थाना परिसर में करोसिन डालकर आग के हवाले कर दिया। इससे थाने में हड़कंप मच गया। बाद में पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से आग को बुझाया। आग से पीड़िता 80 फीसदी झुलस गई। उसे तुरंत एसएमएस अस्पताल के बर्न वार्ड में ले जाया गया। वहां सोमवार तड़के करीब 4:30 बजे महिला की मौत हो गई।

मीडिया के हवाले से, घटना के बाद एसएमएस अस्पताल पहुंचे एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) बजरंग सिंह ने बताया कि पीड़िता ने 5 जून को वैशाली नगर थाने में अपने परिवार के ही एक व्यक्ति के खिलाफ चार साल से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। उसकी जांच सीआई वैशाली नगर संजय गोदारा के पास थी। लेकिन संजय गोदारा द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करने से पीड़िता काफी परेशान हो गई थी। उसके बाद उसने थाने में खुद को आग हवाले कर दिया।


ऐसी घटनाएं समाज का एक अलग ही परिदृश्य पेश करती हैं। जहां एक ओर देश भर में महिलाओं की सुनवाई के लिए अनेकों हेल्पलाइन नंबर, ऐप और पुलिस तैनात की जा रही है, वहीं ऐसी घटनाएं पूरे प्रशासन पर प्रशनचिन्ह जरूर लगा देती हैं।

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