मोदी सरकार ने सोमवार को एक ऐतिहासिक फैसले में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से धारा 370 (Article 370) को हटाने की सिफारिश कर दी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संकल्प पेश करते हुए राज्य के पुनर्गठन और धारा 370 को हटाने की सिफारिश की। आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है। बीजेपी (BJP) नेता राम माधव (Ram Madhav) ने कहा कि सरकार ने सत्तर साल पुरानी मांग को पूरा कर दिया है। वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ सरकार के इस कदम का स्वागत करता है।
बीजेपी नेता राम माधव ने कहा कि मोदी सरकार ने सात दशक पुरानी मांग को पूरा कर दिया है। भारतीय संघ में जम्मू-कश्मीर के एकीकरण का जो सपना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था और जिसके लिए हजारों लोगों ने शहादत दी, वो हमारे जीवन में हमारी आंखों के सामने सच हो रहा है।
What a glorious day. Finally d martyrdom of thousands starting with Dr Shyam Prasad Mukharjee for compete integration of J&K into Indian Union is being honoured and d seven decade old demand of d entire nation being realised in front of our eyes; in our life time.Ever imagined??
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) August 5, 2019
एक अन्य ट्वीट में धारा 370 के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्वीर ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, “वादा पूरा हुआ।”
Promise fulfilled pic.twitter.com/iiHQtFxopd
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) August 5, 2019
बता दें कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 में जम्मू-कश्मीर को लेकर विशेष प्रावधान किया गया था। जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी इस प्रावधान के सख्त खिलाफ थे। जम्मू-कश्मीर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने धारा 370 का विरोध शुरू किया। उन्होंने एक देश में दो विधान, एक देश में दो निशान, एक देश में दो प्रधान- नहीं चलेंगे नहीं चलेंगे जैसे नारे दिए। देश की एकता और अखंडता को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आंदोलन चलाया था।
इसे लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार ने राज्य में प्रवेश करने पर मुखर्जी को 11 मई 1953 को हिरासत में ले लिया। इसके कुछ समय बाद 23 जून 1953 को जेल में उनकी रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई थी।
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