जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाले धारा 370 (Article 370) के प्रावधान को खत्म करने के भारत सरकार के फैसले पर पहली बार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर को एकपक्षीय तरीके से तोड़कर, चुने हुए प्रतिनिधियों को जेल में बंदकर और संविधान की अवहेलना करके राष्ट्रीय अखंडता नहीं कायम की जा सकती। देश लोगों से बना है, जमीन टुकड़ों से नहीं। विधायी शक्तियों का बेजां इस्तेमाल हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं।”
National integration isn’t furthered by unilaterally tearing apart J&K, imprisoning elected representatives and violating our Constitution. This nation is made by its people, not plots of land.
This abuse of executive power has grave implications for our national security.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2019
राहुल गांधी का ये बयान उस वक्त सामने आया है जब लोकसभा में अपने नेता के बयान को लेकर कांग्रेस घिर गयी है। लोकसभा में मंगलवार को जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी नोंक-झोक देखने को मिली। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रातो-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर जम्मू कश्मीर के टुकड़े कर दिए और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि गृहमंत्री ने कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, लेकिन यहां अभी भी संयुक्त राष्ट्र 1948 से मॉनिटरिंग करता आ रहा है।
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अमित शाह ने इस पर अधीर रंजन चौधरी को तुरंत टोकते हुए कहा कि “आप ये स्पष्ट कर दें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है।” इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ।
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बता दें कि सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाली संविधान की धारा-370 के कई प्रावधानों को रद्द कर दिया था। इसके अलावा सरकार ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म करते हुए इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है। जम्मू-कश्मीर अब अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा, जबकि लद्दाख भी अलगा केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। जम्मू-कश्मीर में दिल्ली की तरह विधानसभा होगी, जबकि लद्दाख में चंडीगढ़ की तरह विधानसभा नहीं होगी।
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