उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा (Superintendent of Police Dr. Vipin Tada) ने शहर में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए कई सड़कों पर वन वे प्लान लागू कराया है। बीते लगभग एक सप्ताह से इस प्लान के तहत ही शहर में यातायात व्यवस्था चल रही है।
इसी बीच मंगलवार को एसपी की गाड़ी ओक्डेनगंज चौराहे (Okdenganj intersection) से वन वे की तरफ घूम गई, यह देखते ही वहां तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह (Constable Pushpendra Singh) ने गाड़ी को रोका दूसरी ओर से जाने का इशारा किया। इसके बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को सांप सूंघ गया कि अब क्या होगा, लेकिन कप्तान ने कांस्टेबल को तत्काल 501 रुपये का इनाम देकर उसका हौसला बढ़ाया।
ट्रैफिक पुलिस ने SP बलिया की गाड़ी को रोका, डूटी पर तैनात ट्रैफ़िक कान्स्टबल और PRD जवान ने वन वे रूट के विपरीत दिशा से जाने से SP को रोका, कर्तव्यपरायणता के लिए मिला ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को 501 रू0 का पुरस्कार । ट्रैफिक व्यवस्था को देखने निकले थे SP@Uppolice @adgzonevaranasi pic.twitter.com/jpCTga38fB
— Ballia Police (@balliapolice) March 23, 2021
आपको बता दें की हुआ ये था कि पुलिस अधीक्षक मंगलवार को शहर में जारी वन वे ट्रैफिक प्लान का जायजा लेने के लिए शहर में निकले। एसपी कार्यालय से निकली गाड़ी चित्तू पांडेय चौराहा से स्टेशन की ओर घूमी। वहां से वैशाली रोड होते हुए एसपी की गाड़ी ओक्डेनगंज चौराहे पर पहुंची।
वहां से अचानक उनकी गाड़ी दिन में लगभग 11.30 बजे वन वे की तरफ घूम गई, यह देखते ही चौराहे पर नए नियमों का पालन कराने के लिए तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह व पीआरडी जवान ने उनकी गाड़ी को रोक दिया और बताया कि यदि वन वे नियम लागू है, आप दूसरे रास्ते से जाएं।
इसके बाद कप्तान के पीछे चल रहे पुलिसकर्मियों में सन्नाटा छा गया। चालक ने गाड़ी एक तरफ खड़ी की और कप्तान ने गाड़ी का शीशा नीचे कर कांस्टेबल को पास बुलाया। तब तक अन्य पुलिसकर्मी भी अपने वाहनों से उतरकर कप्तान की गाड़ी के पास खड़े हो गए थे, डरते-डरते कांस्टेबल पुष्पेंद्र कप्तान के पास पहुंचे। कप्तान ने उनका परिचय पूछने के साथ पूछा कि तुम्हे पता है तुमने किसकी गाड़ी रोकी है।
कांस्टेबल शांत खड़े रहा, तभी अचानक डॉ. विपिन ताडा मुस्कुराए और तत्काल अपनी जेब से निकालकर 501 रुपये उसकी ओर बढ़ा दिया। वह हिचकिचा रहा था तो उन्होंने कहा कि लो यह तुम्हारा इनाम है, तुमने अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और निर्भयता से निभाई है। इसके बाद कप्तान की गाड़ी नियम के अनुसार दूसरे रास्ते की ओर मुड़ गई।