नई दिल्ली। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर जनता दल-युनाइटेड (जदयू) से निकाले जाने के बाद अब अपनी सियासी संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं। इसके लिए वह दिल्ली में बिहार की राजनीति के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। इसी क्रम में महागठबंध में संभावनाएं तलाशते हुए प्रशांत किशोर ने गुरुवार और शुक्रवार को बिहार के नेता शरद यादव, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी से मुलाकात की थी। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को उन्हें खुलेआम पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव देते हुए कहा कि उनकी पार्टी प्रशांत किशोर का स्वागत करती है।
आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मीडिया के एक सवाल पर कहा, “अगर प्रशांत किशोर जी हमसे जुड़ना चाहते हैं, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। अब ये उनका फैसला है कि वह पार्टी में आना चाहते हैं या नहीं।”
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने हाल ही में नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, जिस पर जद (यू) ने उन्हें पार्टी से चलता कर दिया। निष्कासन के बाद प्रशांत पहली बार मीडिया के सामने आए और उन्होंने नीतीश कुमार का खुलकर विरोध किया। उन्होंने नीतीश कुमार से दूरी की सबसे मुख्य वजह वैचारिक मतभेद बताया था।
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गौरतलब है कि प्रशांत किशोर लगातार सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध करते आए हैं। इसके साथ ही वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर भी हमलावर हुए हैं। इतना ही नहीं वर्तमान में प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए चुनाव बिसात बिछा रहे हैं।
हालांकि, इतना तय है कि वह अब बिहार चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ रणनीति बनाएंगे, लेकिन इसके लिए वह किसी दल में शामिल होंगे या नहीं, इसको लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है।