जेएनयू हिंसा की न्यायिक जांच हो : सोनिया गांधी

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नई दिल्ली, 6 जनवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को बीती रात जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई भारी हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की। इस हिंसा में कई छात्र और संकाय के सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। एक बयान में उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी जेएनयू छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ी है।

सोनिया गांधी ने कहा, “पूरी कांग्रेस पार्टी देश के युवाओं और छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ी है। हम कल (रविवार) जेएनयू में हुई प्रायोजित हिंसा का कड़ा विरोध करते हैं और इसकी स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करते हैं।”


उन्होंने कहा, “देश के युवाओं और छात्रों की आवाज को हर रोज दबाया जा रहा है। सत्तारूढ़ मोदी सरकार के उकसावे पर भारत के युवाओं पर गुंडों द्वारा करवाई जा रही भयावह व अभूतपूर्व हिंसा निंदनीय और अस्वीकार्य है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने उल्लेख किया कि देशभर के विश्वविद्यालय परिसरों और कॉलेजों में पुलिस या वाम विरोधी तत्वों द्वारा छापे की घटना आम बात हो गई है और आरोप लगाया कि इसे भाजपा सरकार का समर्थन प्राप्त है।

बयान में कहा गया, “बीते रोज जेएनयू में छात्रों व शिक्षकों पर भयावह हमला हुआ, यह असंतोष की आवाज को सरकार द्वारा दबाने के किसी हद तक जाने की याद दिलाता है।”


इसमें कहा गया, “छात्रों और युवाओं को सस्ती शिक्षा, एक उपयुक्त नौकरी, एक आशाजनक भविष्य और हमारे लोकतंत्र में भाग लेने का अधिकार है। खेदजनक है कि मोदी सरकार ऐसी चाह रखने वाले हर एक शख्स का दम घोंटना व उन्हें रोकना चाहती है।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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