रांची, 4 फरवरी (आईएएनएस)| झारखंड के गिरिडीह जिले में मुख्यमंत्री रघुबर दास की उपस्थिति में एक समारोह के दौरान महिलाओं द्वारा पहने गए बुर्के और काले दुपट्टे को जबरन उतारे जाने के खिलाफ सोमवार को राज्य विधानसभा में विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया।
सदन की कार्यवाही जब सुबह 11 बजे शुरू हुई तो झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की एक विधायक जोबा मांझी ने रविवार को हुई इस घटना के बारे में बोला।
उनका समर्थन करते हुए झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के विधायक प्रदीप यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देने की जरूरत है। यह बहुत गंभीर है।”
इसके जवाब में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बिरंचि नारायण ने कहा, “जब तक बुर्का नहीं हटाया जाएगा, तब तक कैसे पहचाना जा सकेगा कि इसमें महिला है या आतंकी?”
बाद में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस विधायक गीता कोडफा ने कहा, “एक तरफ राज्य सरकार महिला कल्याण से संबंधित कई योजनाएं शुरू कर रही है और दूसरी तरफ वह उन्हें प्रताड़ित भी कर रही है। इसका मतलब है कि योजनाएं केवल महिलाओं का समर्थन जुटाने के लिए हैं।”