रांची। लोकसभा चुनाव में चूंकि जीतने की क्षमता को उम्मीदवारी का मुख्य मानक माना जा रहा है, लिहाजा झारखंड में सत्ताधारी भाजपा अपने कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काट सकती है।
झारखंड भाजपा के अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और मुख्यमंत्री रघुबर दास ने मंगलवार को पार्टी नेताओं के साथ नई दिल्ली में एक बैठक की।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि नेताओं ने कम से कम चार लोकसभा सांसदों -रांची से राम टहल चौधरी, धनबाद से टी.एन. सिंह, कोडरमा से रविंद्र कुमार रे और खूंटी से करिया मुंडा- के टिकट काटने पर चर्चा की।
लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष करिया मुंडा के स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को टिकट दिया जा सकता है।
लोहरदगा से लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत को झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश ओरांव और भाजपा विधायक शिवशंकर ओरांव से खतरा है।
झारखंड में पहली बार भाजपा आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है। भाजपा ने गिरीडीह सीट आजसू को दे दी है और राज्य की 14 में से 13 सीटों पर खुद चुनाव लड़ रही है।