झारखंड: 22 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती जल्द, जानें आवेदन से जुड़ी सारी डिटेल्स

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Recruitment of 20 thousand TGT PGT teachers in UP soon see the remaining details here

झारखंड राज्य के प्राइमरी से लेकर प्लस टू  तक के स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके लिए स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। दिसंबर 2020 तक सेवानिवृत्त होने वाले हाई और प्लस टू स्कूल के शिक्षकों की लिस्ट मांगी गई है।

इसी के आधार पर रिक्तियां तय की जाएंगी, जिस पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी ने सभी जिला शिक्षा  पदाधिकारियों से दिसंबर 2020 तक सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों की सूची मंगाई है। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों के नाम, पदनाम, स्कूल के नाम और उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि देने को कहा है।


एक खबर के मुताबिक हाई और प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार और प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में करीब 22 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। ऐसे में प्राथमिक से मध्य विद्यालय में अपग्रेड हुए स्कूलों में शिक्षकों के पद सृजन (पोस्ट क्रिएट) होने पर करीब 27 हजार शिक्षकों की आवश्यकता और पड़ेगी।

प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति टेट में आए नंबर और सर्टिफिकेट के नंबर के आधार पर सीधे होती थी। लेकिन अब नियुक्ति प्रक्रिया झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को देने की तैयारी है। इसके लिए नियमावली भी बनाई जा रही है। इसमें आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को परीक्षा से गुजरना होगा जिसके बाद नियुक्ति हो सकेगी।

टेट पास अभ्यर्थियों को पहले क्षेत्रीय भाषा में पास करना होगा तभी वे क्वालीफाई कर सकेंगे। राज्य में प्राइमरी से लेकर प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। इन स्कूलों में 2015-16 में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन सभी खाली पदों पर नियुक्ति नहीं हो सकी थी। 2015-16 की नियुक्ति प्रक्रिया में प्रारंभिक स्कूलों में 28 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी।


इसमें प्राथमिक स्कूलों में 12,486 शिक्षकों की और मिडिल स्कूलों में 3212 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। करीब साढे 12 हजार  पद खाली रह गए थे। वहीं, प्लस टू स्कूलों में 2018 में 2800 पदों में से करीब 14 सौ पर ही बहाली हो सकी। इसके अलावा हाई स्कूलों में साढे 17 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की  प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसमें से अब तक करीब नौ हजार शिक्षक नियुक्त हो सके हैं।

कई विषयों में अभी भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। झारखंड में 2016 के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं हुई है। 2016 में पास करीब 50 हजार अभ्यर्थी अभी भी नियुक्ति के इंतजार में है। उन्हें राज्य के किसी भी नियुक्ति प्रक्रिया में भाग लेने का मौका नहीं मिला है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल 2020 में टेट के आयोजन की तैयारी कर रहा है।

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