झारखंड: जामताड़ा में शरारती तत्वों ने धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित मांस फेंका, पुलिस ने शांत कराया मामला

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झारखंड के जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के करमदाहा गांव में असामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित मांस फेंक कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। धनबाद और जामताड़ा जिले की सीमा स्थित करमादाहा में रविवार अहले सुबह दुखिया महादेव मंदिर में शरारती तत्व प्रतिबंधित मांस फेंक कर भाग गए। सुबह इसकी जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोग भड़क गए। विरोध में सड़क जाम कर दिया। हालांकि बाद में पुलिस और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्थिति को शांत कराया गया।

ये घटना जहाँ पर हुई, वो इलाक़ा अक्सर सुनसान रहता है। यह मंदिर बराकर नदी के घाट पर स्थित है। गोविंदपुर से साहिबगंज जाने वाली सड़क इसी आसपास से होकर गुजरती है, जिसे आक्रोशित लोगों ने 6 घंटे तक जाम रखा।


वहीं घटना की निंदा करते हुए जामताड़ा के नवनिर्वाचित विधायक इरफान अंसारी ने कहा, “जामताड़ा की जनता ने मुझे प्रचंड बहुमत से जिताया है। मैं भरोसा दिलाता हूँ कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। जिन्होंने आग लगाई है, वो भी जेल जाएँगे। जिन्होंने मंदिर में मांस का टुकड़ा फेंका है, उन्हें भी पकड़ कर जेल भेजा जाएगा। मैं यहाँ चकमाबाजी और धोखाधड़ी नहीं चलने दूँगा। दहशतगर्द जल्द ही पुलिस के शिकंजे में होंगे। आप मुझ पर भरोसा रखें।”

वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता और विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बीरेंद्र मंडल ने कहा, “इस घटना से काफी आहत हैं। इसकी जितनी भी निदा की जाए कम है। प्रशासन को उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही करमदाहा में जो सरकारी गोचर जमीन पर कब्जा जमाए हुए हैं उसे प्रशासन खाली करवाए। मंदिर सीसी टीवी कैमरा व पुलिस की निगरानी में चौबीस घंटा रहे।”

डीसी जामताड़ा, गणेश कुमार ने बताया, “असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया था। जिस पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समाज के प्रबुद्ध लोगों के सहयोग से मामला शांत करा लिया है।”


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