झारखंड के गुमला जिले में एक वृद्ध महिला को पेंशन निकालने के लिए 15 किलोमीटर दूर ढोकर बैंक लाया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के बिशुनपुर प्रखंड के जालिम गांव से वृद्धा पेंशन के लिए 70 वर्षीय वृद्ध महिला तेतरी उरांइन को परिजनों ने 15 किलोमीटर दूर पहाड़ पर बने पगडंडियों के जरिये बहंगी पर ढोकर बिशुनपुर कॉपरेटिव बैंक लाया। बैंक से पैसा निकालने के बाद फिर वृद्ध महिला को वापस ढोकर गांव तक ले जाया गया।
जानकारी के मुताबिक, सेरका पंचायत के 75 प्रतिशत आदिम जनजाति एवं आदिवासी समुदाय के लोग पूर्वी पठारी क्षेत्र में निवास करते हैं। जिसमें हाडुप, जालिम, हीसिरी, केचकी, रिसा पाठ, मैला पाठ, पेंरवा पाठ, सुदी कोना, बंडा पाठ सहित दर्जनों गांव शामिल हैं। इन इलाकों से आज तक प्रखंड मुख्यालय तक आने के लिए सड़क नहीं है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति जब बीमार पड़ता है या किसी बुजुर्ग को किसी भी काम के लिए प्रखंड मुख्यालय तक आने की जरूरत पड़ती है, तब परिजनों द्वारा उसे ढोकर बिशुनपुर तक लाया जाता है।
इसके अलावा गांव के लोगों को अपनी जरूरत के सामानों की खरीद बिक्री करने के लिए साप्ताहिक हाट बिशुनपुर आना पड़ता है और सभी लोग अपने जरूरत का सामान ढोकर अपने घर ले जाते हैं। लोगों की लाख समस्याओं के बावजूद अब तक सरकार द्वारा पहुंच पथ की व्यवस्था नहीं की गई है, जिस कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।