झारखंड में मुस्लिम युवक की मॉब लिंचिंग पर समाजवादी पार्टी के नेता और लोकसभा सांसद आजम खां ने कहा कि इस पर हमें बहुत हैरत नहीं होती। इन हादसों की तादाद इतनी हो गई है कि कोई सुनने वाला नहीं है। अब कातिल ही मसीहा इस देश मे हो गया है। 1947 के बाद से यही हो रहा है।
गौरतलब है कि झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के धतकिडीड गांव में तबरेज अंसारी को भीड़ ने बुरी तरह पीटा था। जिसके बाद 22 वर्षीय युवक तबरेज अंसारी की रविवार को अस्पताल में मौत हो गई। हत्या के मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। सोमवार को इस मामले में 10 लोगों को पकड़ा गया। रविवार को एक गिरफ्तारी हुई थी।
सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने कहा, ‘खरसावां पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी और एक सहायक उप निरीक्षक को मामले की गंभीरता नहीं समझने के लिए निलंबित कर दिया गया है।’
अंसारी की मौत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ आईपीसी धारा 302 (हत्या) और 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के उद्देश्य से) के तहत मामला दर्ज किया है।
18 जून को तबरेज को एक बिजली के खंभे से बंधा कर भीड़ ने जमकर पीटा। उस पर चोरी का आरोप लगाया गया। भीड़ ने उससे जबरदस्ती ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगवाए। सरायकेला खरसावां जिले के धातकीडीह गांव में हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें अंसारी को भीड़ से मारपीट रोकने के लिए निवेदन करते हुए देखा जा रहा है।