अगर कोई जीवन में कुछ करने की ठान लें, तो कोई और नहीं रोक सकता। इसी बात को राजस्थान के रामजल मीणा ने साबित कर दिखाया है। ‘जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी’ (Jawaharlal Nehru University) में बतौर सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात रामजल मीणा ने घर- परिवार की जिम्मेदारी के बावजूद पढ़ने का फैसला लिया, और ‘बीए रशियन लैंग्वेज’ (2019-20) का एंट्रेंस एग्जाम क्रैक कर लिया है।
रामजल मीणा का शुरू से ही पढ़ाई में काफी मन लगता था, लेकिन परिवार की जिम्मेदारियों के चलते उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद, उन्होंने वर्ष 2014 में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में बतौर सिक्यॉरिटी गार्ड नौकरी शुरू की नौकरी के दौरान उन्हें जेएनयू का माहौल बहुत पसंद आया।
9 घंटे की नौकरी के बाद वह अपना समय पढ़ाई में लगाते थे। उनकी मेहनत रंग लायी और बीए रशियन लैंग्वेज के स्टूडेंट बन गए रामजल मीणा सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करना चाहते हैं।
रामजल ने बताया कि,’ मैं राजस्थान में ओपन यूनिवर्सिटी से हिंदी साहित्य, पॉलिटिकल साइंस और हिस्ट्री के साथ मैं बीए कर चुका हूं। जेएनयू देखने के बाद फिर पढ़ाई करने का मन हुआ। मैं साइंस का स्टूडेंट था, बीएससी फर्स्ट इयर भी किया, मगर 2003 में शादी हो गई। उसके बाद परिवार की जिम्मेदारी की वजह से पढ़ाई छूट गई।’
यह भी पढ़ें: 20 रुपये की चोरी का मामला चला 41 साल, अब शिकायतकर्ता बोला- आरोपी को नहीं जानता, जाने दीजिए
रशियन लैंग्वेज चुनने की वजह पूछने पर रामजल मीणा ने बताया, ‘मैंने सुना है, जो विदेशी भाषा चुनते हैं उन्हें विदेश जाने का मौका मिलता है। इसके साथ ही मैं सिविल सर्विसेस की परीक्षा पास करना चाहता हूं।’ बता दें कि राजमल के तीन बेटियां हैं और वह दिल्ली के मुनिरका इलाके में एक कमरे में रहते हैं।