दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार 5 जनवरी को हुई हिंसा के दौरान हाथ में डंडा लेकर नजर आने वाली नकाबपोश लड़की की पहचान हो गई है। दिल्ली पुलिस ने इस लड़की की पहचान दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा कोमल शर्मा (Komal Sharma) के रूप में की है। वो डीयू में सेकेंड इयर की स्टूडेंट है। अब पुलिस इस लड़की से पूछताछ करने के लिए उसकी तलाश कर रही है। तीन जनवरी से पांच जनवरी की घटना की जांच में शामिल एसआईटी के अधिकारियों ने कहा कि हम सोमवार को लड़की को नोटिस जारी करेंगे और दो अन्य नकाबपोश लड़कों की पहचान के लिए जांच में शामिल होने के लिए कहेंगे।
Delhi Police: SIT team has identified that the masked woman who was seen in videos of #JNUViolence is from Delhi University. She will be soon served notice to join the investigation.
— ANI (@ANI) January 13, 2020
दिल्ली के दौलतराम कॉलजे की है स्टूडेंट
नकाब में दिखने वाली यह छात्रा दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलराम कॉलेज की है। विश्वविद्यालय में कैंपस में हुई हिंसा और मारपीट के बाद मिले सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियों में यह लड़की हाथ में डंडा लिए दिखाई दी थी। छात्रा ने चेहरे पर नकाब लगा रखा था। इसके साथ दो अन्य लड़के भी नकाब में दिखे थे, जिसकी पहचान पुलिस अभी तक नहीं कर पाई है। यह जानकारी एसआईटी को हेड कर रहे डिप्टी पुलिस कमिश्नर जॉय टिरकी ने दी है।
JNU के छात्र और शिक्षक आरोप लगाते रहे हैं कि यह लड़की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की सदस्य है, मगर एसआईटी अधिकारियों ने उसके राजनीतिक संबंध पर कमेंट करने से इनकार कर दिया है।
ग्रुप के 44 लोग पहचाने
जांच में जुटी एसआईटी ने कथित रूप से हिंसा की साजिश के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट के 60 में से 44 लोगों की पहचान कर ली है। क्राइम ब्रांच ने इन सभी को नोटिस भेजकर जांच के लिए बुलाया है। स्टिंग में दिखाई देने वाले जेएनयू के छात्र अक्षत अवस्थी के अलावा छात्र रोहित शाह को भी जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। अक्षत अवस्थी के हमले का हिस्सा होने की बात का खुलासा हुआ था।
23 सदस्यों ने मोबाइल बंद किए
पुलिस के अनुसार, शुरुआती नोकझोक के बाद हिंसा के लिए बनाए गए ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े 23 लोगों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए हैं। वहीं, कुछ घटना के बाद ही ग्रुप छोड़ चुके हैं।
JNU के प्रोफेसर भी कुलपति एम. जगदीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर अड़े