देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार दिल्ली का जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) इन दिनों फिर चर्चा में है। JNU की पहचान अपनी राजनीतिक सक्रियता और सत्ता विरोधी एक मजबूत केंद्र के तौर पर रही है। इंदिरा तानाशाही हो या फिर मनमोहन सिंह की सरकार, JNU ने हमेशा सत्ता से सवाल किए हैं। मोदी सरकार के बीते 6 सालों में भी JNU लगातार सड़कों पर रहा है और कहा तो यह भी जाने लगा है कि यह कैंपस विपक्ष की भूमिका में नजर आता है। हाल के वर्षों में कैंपस में हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिली हैं। JNU के कुलपति एम. जगदीश कुमार का छात्र उनकी नियुक्ति के समय से ही विरोध कर रहे हैं। फीस वृद्धि और हॉस्टल के नए नियम के खिलाफ JNU के छात्र महीनों से आंदोलन कर रहे हैं और यहां तक की सेमेस्टर परीक्षाओं का भी बहिष्कार किया है।
इन सब के बीच रविवार रात कैंपस में लोहे की रॉड, लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से लैस अपने चेहरों को ढके दर्जनों लोग कैंपस में दाखिल होते हैं और छात्रों के एक समूह पर हमला बोल देते हैं। घटना में JNU छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष सहित दर्जनों छात्रों और कुछ प्रोफेसरों को चोट आई है और उनका इलाज चल रहा है। देश भर में इस हमले की निंदा हुई और सड़क पर उतरकर लोगों ने इसका विरोध कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर इस घटना पर छात्र संगठनों और JNU छात्र संघ के अलग-अलग दावे हैं। JNUSU और वामपंथी छात्रों ने ABVP पर इस हमले को अंजाम दिए जाने का आरोप लगाया है। वहीं, ABVP का कहना है कि इस घटना को खुद लेफ्ट समर्थकों ने अंजाम दिया है।
JNU छात्र संघ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने रविवार रात ट्वीट किया, JNU में इमरजेंसी, बड़ी संख्या में ABVP से जुड़े लोगों ने लोहे के रॉड लेकर कैंपस के अंदर प्रवेश किया है और वे छात्र प्रतिनिधियों को खोज रहे हैं। JNUSU अध्यक्ष आईशी घोष पर हमला हुआ है। पुलिस और गार्ड हमलावरों का सहयोग कर रहे हैं।
#EmergencyinJNU
ABVP terrorists from DU have entered campus in large numbers with iron rods, and they have been told to single out students’ representatives. The JNUSU President, Aishe Ghosh, has been attacked. The Police and guards are aiding and abetting the attackers pic.twitter.com/KoIge6xeaF
— JNUSU (@JNUSUofficial) January 5, 2020
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने घटना के लिए वामपंथियों को जिम्मेदार ठहराया है। ABVP ने ट्वीट कर लिखा, “अभाविप कार्यकर्ताओं पर जेएनयू में वामपंथियों द्वारा हमला, 25 से अधिक अभाविप कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल।
अभाविप कार्यकर्ताओं पर जेएनयू में वामपंथियों द्वारा हमला, 25 से अधिक अभाविप कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल#LeftAttacksJNU pic.twitter.com/QRzv3gQwOA
— ABVP (@ABVPVoice) January 5, 2020
वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने JNU कैंपस में हमले के लिए सीधे तौर पर ABVP को जिम्मेदार ठहराया है। आइसा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया, “ABVP के गुंडों द्वारा बाहरी लम्पटों को बुलाया गया है और आम छात्रों को, शिक्षकों को बुरी तरीके से मार रहा है। दिल्ली पुलिस यदि कुछ कर सकते हैं तो जल्द से जल्द करिये।
ABVP के गुंडों द्वारा बाहरी लम्पटों को बुलाया गया है और आम छात्रों को, शिक्षकों को बुरी तरीके से मार रहा है। @DelhiPolice यदि कुछ कर सकते हैं तो जल्द से जल्द करिये!@ndtvindia @IndianExpress pic.twitter.com/sueoGNxio5
— AISA (@AISA_tweets) January 5, 2020
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