एएमयू (Aligarh Muslim University) के जेएन मेडिकल कॉलेज में तैनात हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की हालत में अब सुधार हो रहा है। डॉक्टर का ब्लड ग्रुप रेयर होने की वजह से खून जुटाने में काफी परेशानी हुई। लेकिन इस बीच कॉलेज के तीन जूनियर डॉक्टर्स ने खून देकर जान बचाई।
केरल के निकुंजम पैलेस वार्ड के रहने वाले डॉ. हरी कृष्णन सिविल लाइंस क्षेत्र के इकरा कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। हरी कृष्णन रेडियो डायगनोसिस विभाग में डॉक्टर हैं। पत्नी से झगड़े के बाद डॉक्टर ने एक होटल में रूम बुक कर हाथ की नसें काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की। जब तक मौके पर बाकी लोग पहुंचे, तब तक डॉक्टर का काफी खून बह चुका था।
डॉक्टर का ए निगेटिव ग्रुप रेयर होने की वजह से खून जुटाने में काफी दिक्कतें हुईं। जेएन मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में सिर्फ एक यूनिट ब्लड था। ऐसे में तीन जूनियर डॉक्टरों ने खून दिया। ङ्क्षप्रसिपल प्रो. शाहिद सिद्दीकी ने बताया कि डॉक्टर की हालत में अब धीरे-धीरे सुधार होने लगा है।
मीडिया से मिल रही खबरों के मुताबिक डॉक्टर के घर में काफी दिनों से तनाव चल रहा था। इसी के चलते बुधवार दोपहर को पत्नी से झगड़ा हुआ। गुस्साए डॉक्टर बाइक लेकर मैरिस रोड स्थित होटल पाम ट्री में आए। यहां चार बजे चेक-इन करते हुए छह अगस्त की दोपहर 12 बजे तक के लिए रूम नंबर 109 बुक किया। फोन पर संपर्क न होने पर पत्नी ने मेडिकल में डॉक्टरों को सूचना दी।
तब जाकर कुछ डॉक्टर अपने साथी की तलाश में निकल पड़े। होटल के बाहर बाइक खड़ी दिखी तो पूछताछ की। काफी देर खटखटाने पर डॉक्टर ने खुद ही दरवाजा खोला तो उनके साथियों ने देखा कि डॉक्टर ने ब्लेड से हाथ की नस काटी थी। गंभीर हालत में डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर मानसिक रूप से बहुत परेशान थे।