तिरुवनंतपुरम, 21 दिसंबर (आईएएनएस)| केरल में कांग्रेस ने शनिवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ 14 जिलों में सड़कों पर उतरकर इसकी वापसी की मांग की। इस दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
कासरगोड में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे राज्य कांग्रेस प्रमुख मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि वे पार्टी की विचारधारा के साथ बने रहेंगे और अहिंसक तरीके से अपना विरोध जताएंगे।
रामचंद्रन ने कहा, “सीएए एक ऐसा कानून है जो देश का विनाश कर देगा। यह एक ऐसा निर्णय है, जो देश को प्रभावित करने वाला है, इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए।”
इसके अलावा विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मलप्पुरम में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “सीएए जल्द ही कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।”
चेन्निथला ने कहा, “इसके माध्यम से केंद्र ने हमारे देश के नागरिकों के बीच आतंक फैला दिया है। लोग अपना मजबूत विरोध दर्ज कराने के लिए सामने आ रहे हैं।”
इसके साथ ही राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष एम.एम. हसन ने मोर्चा संभाला।
उस समय हलचल मच गई जब, नाराज छात्र और कांग्रेस युवा विंग के कार्यकर्ता यहां के जनरल पोस्ट ऑफिस में घुस गए। पुलिस को उन्हें यहां से हटाने में काफी संघर्ष करना पड़ा।
केरल में कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन का यह दूसरा दौर है और इससे अगले दौर में पार्टी के लोकसभा सदस्यों द्वारा सीएए के विरोध में एक लंबा मार्च किया जाएगा।