कंगना रनौत (Kangana Ranaut) मुंबई में 5 दिन का समय बिताने के बाद आज मनाली के लिए रवाना हो गई हैं। इस दौरान उनके साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल और उनका एक सहयोगी भी साथ रहा हैं। मुंबई से निकलने से पहले कंगना ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी से भी मुलाकात की थी।
कंगना रनौत ने राज्यपाल से बीएमसी (BMC) विवाद में न्याय दिलाने की अपील की। उन्होंने मुंबई से जाने के दौरान कहा कि वह मुंबई से जाने पर उन्हें दुख हो रहा है, जाते-जाते उन्होंने महाराष्ट्र सरकार (शिवसेना पार्टी) पर तंज कसा है। कंगना ने कविता के रूप में एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने अपने ऊपर हुए अत्याचार पर भी बात रखी है।
कंगना रनौत ने ट्वीट पर लिखा,”भारी दिल के साथ मुंबई से जा रही हूं, जिस तरह से मैं इन दिनों लगातार आतंकित थी और मेरे काम की जगह के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिश में लगातार हमले और गालियाँ पड़ीं, मेरे चारों ओर घातक हथियारों के साथ सतर्क सुरक्षा, कहना होगा कि यह पीओके के बराबर ही था।” इसी के साथ कंगना ने महाराष्ट्र सरकार पर लोकतंत्र के चीरहरण का भी आरोप लगाया।
कंगना (Kangana) ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा,”जब रक्षक ही भक्षक होने का एलान कर रहे हैं धड़ियाल बन लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं, मुझे कमज़ोर समझ कर, बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं! एक महिला को डरा कर उसे नीचा दिखाकर, अपनी इमेज को धूल कर रहे हैं!!”
इससे पहले संजय राउत (Sanjay Raut) ने उन्हें मुंबई नहीं आने की धमकी दी थी। लेकिन कंगना ने उनकी धमकी का जवाब देने के लिए मुंबई आने की चुनौती दी थी। इस बीच कंगना रनौत की गैरमौजूदगी में बीएमसी ने उनके ऑफिस में हुएअवैध निर्माण को गिरा दिया था। बीएमसी ने कंगना को मुंबई पहुंचने पर होम क्वारंटीन के नियमों छूट दी थी।