नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के छह राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आरटी-पीसीआर टेस्टिंग में सुधार लाने और सर्विलांस और सावधान मानकों पर अधिक निगरानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पांच प्रमुख क्षेत्रों पर काम करने की सलाह दी गई है :
1. आरटी-पीसीआर परीक्षणों के अनुपात को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर परीक्षणों की कुल संख्या में सुधार करें।
2. यदि रैपिड एंटीजन टेस्ट का रिजल्ट नेगेटिव आता है, तो अनिवार्य तौर पर उस व्यक्ति का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाना चाहिए।
3. चयनित जिलों के कंटेंनमेंट जोन में फिर से सख्ती और समग्रता से निरीक्षण करना चाहिए।
4. जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद परीक्षण के माध्यम से म्यूटेंट स्ट्रेन्स की नियमित निगरानी होनी चाहिए और साथ ही मामलों के उभरते क्लस्टर की निगरानी की जाए।
5. जिन जिलों में मृत्यु दर अधिक है वहां नैदानिक प्रबंधन पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
भारत में पिछले पांच दिनों से कोविड-19 के मामलों में फिर वृद्धि देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटों में यहां रविवार को 14,264 नए मामले दर्ज हुए हैं और इसी के साथ देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,09,91,651 हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि इसी दौरान कोविड-19 से 90 लोगों की जान गई है, जिन्हें शामिल करते हुए देश में मरने वालों का आंकड़ा 1,56,302 हो गया है।
–आईएएनएस
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