पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अर्जित शाश्वत चौबे के खिलाफ बिहार पुलिस दो साल पुराने एक मामले में आरोप-पत्र दाखिल करेगी। जानकारी के मुताबिक, बिहार पुलिस ने दो साल पहले भागलपुर के चंपानगर में हुए उपद्रव मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित समेत नौ लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल करने का फैसला लिया है। इसके लिए गृह विभाग से अभियोजन स्वीकृति मिल गई है। भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि चंपानगर उपद्रव मामले में आरोप-पत्र का आदेश आ गया है। नाथनगर पुलिस को इसके लिए निर्देशित किया गया है। जल्द ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के बड़े पुत्र अर्जित चौबे वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भागलपुर से भाजपा के प्रत्याशी भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य और भागलपुर विधानसभा क्षेत्र के सदस्यता प्रमुख हैं।
गौरतलब है कि 17 मार्च, 2018 को हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या पर अर्जित के नेतृत्व में भागलपुर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई थी। शोभायात्रा जब चंपानगर पहुंची तो दो पक्षों के बीच झड़प हो गई। दोनों ओर से जमकर पथराव और गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग और पुलिस वाले घायल हुए थे। इस पूरे मामले की वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाया था। अर्जित ने इस मामले में कोर्ट में सरेंडर किया था। लेकिन कुछ समय जेल में रहने के बाद उन्हें ज़मानत मिल गई।
बीजेपी नेताओं का मानना है कि उन्हें ये उम्मीद नहीं थी कि गृह विभाग जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अधीन आता है वो चुनावी वर्ष में चार्जशीट दायर करने की अनुमति देगा। लेकिन जैसा पुलिस ने दावा किया है उससे लगता है कि फ़िलहाल नीतीश कुमार इस मामले में नरमी बरतने के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि अनुमति अधिकारियों के स्तर की कार्रवाई है।
(इनपुट: आईएएनएस)