केरल: हमारे देश में शुरू से ही दूसरे धर्म या जाति में विवाह करने की मान्यता नहीं है। ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं, जब इंटर-कास्ट मैरिज करने पर कपल को हिंसा का शिकार होना पड़ा है। अब केरल की सरकार ने इसी को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है कि जो कपल इंटर-कास्टा या इंटर रिलिजन शादी करते हैं तो उन्हें एक साल के लिए रहने के लिए घर मुहैया कराया जाएगा। साथ ही उन्हें सुरक्षा भी दी जाएगी। इस बारे में करेल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा है कि इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।
केरल सरकार ने कहा है सुरक्षित घर बनाने की दिशा में प्रथामिक कदम उठाए गए हैं। जाति और धर्म से बाहर शादी करने वाले कपल इन घरों में आराम से रह सकते हैं। साथ ही उन्होंने राज्य विधानसभा में कहा कि इसका उद्देश्य कपल को सुरक्षा प्रदान करना है। जिन कपल के पास रहने के लिए घर नहीं होता उन्हें घर दिया जाएगा है। केरल सरकार ने यह काम स्वंयसेवी संगठनों को करने के लिए दिया है।
साल 2014 में हुई थी 5 प्रतिशत इंटर-कास्ट शादियां
भारत में इंटर कास्ट शादी करने पर उनके साथ हिंसा करने की खबर आती रही हैं लेकिन धीरे-धीरे लोग इसे स्वीकारने लगे हैं। इसके अलावा मध्य वर्ग ने भी इंटर-कास्ट मैरिज को स्वीकार्यता दी है। एक सर्वे के मुताबिक भारत में 2014 में 5 प्रतिशत इंटर कास्ट शादियां हुई हैं।