उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की खराब सेहत को लेकर रहस्य कायम है। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हार्ट सर्जरी के बाद किम की हालत गंभीर हो सकती है। उनकी मौत को लेकर लग रही अटकलों के बीच एक और नाम है जिसकी चर्चा जोरों पर है। वह नाम है किम जोंग उन की बहन- किम यो जोंग का। माना जा रहा है कि अगर किम जोंग उन की मौत होती है तो किम यो जोंग को देश का सुप्रीम लीडर बनाया जा सकता है। अगर सही में ऐसा हुआ तो किम यो जोंग दुनिया की पहली महिला तानाशाह होंगी। किम यो जोंग को लेकर कहा जा रहा है कि वह अपने भाई किम जोंग उन से भी ज्यादा ‘क्रूर’ और खतरनाक हैं।
बता दें कि नॉर्थ कोरिया में किम जोंग उन तीसरी पीढ़ी के शासक हैं। नॉर्थ कोरिया बनने के बाद एक ही वंश का शासन रहा है। पहले शासक किम जोंग के दादा, किम इल संग थे। उन्हें नॉर्थ कोरिया का फाउंडर भी कहा जाता है। उनके बाद देश की बागडोर उनके बेटे किम जोंग-इल ने संभाला, जो किम जोंग के पिता हैं। नॉर्थ कोरिया में बड़े बेटे को उत्तराधिकारी नियुक्त करने की परंपरा है। लेकिन किम के पिता ने पहली पत्नी के बेटे किम जोंग-नाम को लायक नहीं मानते हुए सत्ता नहीं दी। दूसरी पत्नी से बड़े बेटे किम जोंग-चुल की राजनीति में रुचि नहीं थी। ऐसे में पिता ने किम जोंग-चुल के छोटे भाई किम जोंग उन को बतौर उत्तराधिकारी तैयार किया। जब 2011 में किम जोंग के पिता गुज़रे, तो सत्ता उनके पास आ गई।
अब किम जोंग उन के खराब स्वास्थ्य की खबरों के बीच उनकी बहन किम यो-जोंग को देश में दूसरा सबसे अहम चेहरे के तौर पर देखा जाने लगा है। 11 अप्रैल 2020 को किम यो जोंग को नॉर्थ कोरिया के पोलित ब्यूरो में अल्टरनेट सदस्य के रूप में दोबारा शामिल किया गया। किम यो-जोंग देश के बाहर भी नॉर्थ कोरिया का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
क्रूर हैं किम यो जोंग?
अंग्रेजी अखबर मिरर के मुताबिक एक्सपर्ट्स इस बात की चेतावनी देते हैं कि किम यो जोंग बेहद क्रूर हैं। माना जाता है कि यो जोंग इस बात का फैसला करती थीं कि जोंग उन तक कौन से मुद्दे ले जाए जाने के लिए अहम हैं। कहा जाता है कि यो जोंग पार्टी के लोगों को उन्हें सम्मान और डर से पेश आने के लिए कहती थीं। नॉर्थ कोरिया की मीडिया हमेशा उनका जिक्र करती है क्योंकि वाइस डायरेक्टर का पद भले ही न मिला हो, हैसियत वही है।
कई साल से तैयारी
ऑर्गनाइजेशन ऐंड गाइडेंस डिपार्टमेंट में किम यो जोंग के बढ़ते कद ने उन्हें वर्कर्स पार्टी के ब्यूरोक्रैट्स की नजरों में नॉर्थ कोरिया का नंबर 2 बना दिया। OGD में उन्हें अहमियत मिलना इस बात का भी सबूत है कि कई साल से उन्हें इसके लिए तैयार किया जा रहा था कि जोंग उन को कुछ होता है तो यो जोंग उनकी जगह लेने के लिए ढल चुकी हैं।
किम जोंग उन के करीब रहीं यो जोंग
किम यो जोंग की पैदाइश 26 सितंबर, 1988 है। भाई-बहन के बीच शुरू से ही अच्छी तालमेल रही है। 1996 से 2000 के बीच दोनों की प्राइमरी वाली पढ़ाई स्विट्ज़रलैंड में हुई। 2001 में यो जोंग नॉर्थ कोरिया लौटीं। इसके बाद रिपोर्ट बताती हैं कि उन्होंने किम इल-संग यूनिवर्सिटी से उन्होंने 2007 में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई खत्म की. कहते हैं कि 2009 से वो पार्टी में सक्रिय हुईं।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ कोरिया के सेजोंग इंस्टीट्यूट के विश्लेषक चिओंग सिओंग चांग का कहना है कि किम जोंग उन की बहन पहले से ही नॉर्थ कोरिया की सरकार में अहम भूमिका निभा रही हैं। द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग उन की देश और दुनिया में जो छवि है, उसे तैयार करने में उनकी बहन का बड़ा हाथ समझा जाता है। साउथ कोरिया में 2018 में विंटर ओलंपिक्स के दौरान किम यो-जोंग ने नॉर्थ कोरिया के दल का प्रतिनिधित्व किया था।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक किम यो जोंग ने हमेशा अपने भाई के पीछे रहते हुए अपनी खुद की जगह बनाई है। उन्होंने कभी आगे आकर किसी तरह की प्रतियोगिता को पैदा करने की कोशिश नहीं की। जोंग उन ने भी बहन के कद को समय-समय पर बढ़ाया। शायद यही वजह रही कि किम अहम राजनीतिक और डिप्लोमैटिक मुद्दों पर अपनी राय रखती रहीं।
साउथ कोरिया को ‘भौंकने वाला कुत्ता’ बोल दिया
उत्तर कोरिया के लाइव फायर मिलिट्री अभ्यास का दक्षिण कोरिया ने विरोध किया तो किम यो जोंग ने कहा था कि ‘डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं।’ इससे पहले मार्च महीने में किम यो जोंग ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्र भेजने के लिए प्रशंसा की थी। उन्होंने आशा जताई थी कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच संबंध बेहतर होंगे। डोनाल्ड ट्रंप के साथ दो बार आयोजित समिट में भी किम जोंग उन की बहन ने उनका साथ दिया था।
Guardian की रिपोर्ट के मुताबिक, सिडनी में इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट में सीनियर लेक्चरर और नॉर्थ कोरिया मामलों के जानकार लिओनिड पेट्रोव का कहना है कि किम यो-जोंग का किम जोंग उन के साथ डायरेक्ट एक्सेस है और यो-जोंग उन पर गहरा प्रभाव भी डालती हैं।