किसानों के बगैर भारत का विकास असंभव : पीयूष गोयल

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नई दिल्ली, 27 जनवरी (आईएएनएस)। रेलमंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि किसानों के बगैर भारत का विकास असंभव है। केंद्रीय मंत्री गोयल बुधवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायत राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे।

पीयूष गोयल केंद्र सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग के साथ-साथ उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री भी हैं। गोयल ने कहा कि सरकार ने कृषि क्षेत्र की प्रगति और किसानों की आय दोगुनी करने को प्राथमिकता दी है, जिसमें आईसीएआर की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में आईसीएआर की भूमिका महत्वपूर्ण है। गोयल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान को भी जोड़ा है।


उन्होंने फल-फूलों का आयात कम करते हुए अपने देश में ही इनका उच्च कोटि का उत्पादन बढ़ाने के लिए आईसीएआर को अनुसंधान व विश्लेषण करने का सुझाव दिया।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सोसायटी की 92वीं वार्षिक आम बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय कृषि तोमर ने कृषि शिक्षा के माध्यम से युवाओं को खेती की तरफ आकर्षित करने पर बल दिया और कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से इस दिशा में काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, छोटे किसानों को साधन उपलब्ध कराने और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम लागू किए गए हैं। लंबे कालखंड के बाद कृषि क्षेत्र की गैप्स भरी जा रही हैं, जिसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा।

उन्होंने आईसीएआर द्वारा कोविड के दौरान किए कार्यों का जिक्र करते हुए कृषि वैज्ञानिकों के कार्यों की सराहना की। कोविड महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पोर्टेबल टच फ्री हैंड वॉश प्रणाली, हैण्ड सैनिटाइजर यूनिट, पैडल चालित सैनिटाइजर डिसपेन्सिंग यूनिट विकसित की गई।


उन्होंने कहा कि साढ़े तीन लाख से अधिक कोविड टेस्ट करना व राज्य सरकारों को आईसीएआर संस्थाानों द्वारा हर तरह की सहायता, उपकरण, मैनपावर एवं आवास सुविधा प्रदान करना विशेष रूप से सराहनीय कार्य है।

कृषि राज्यमंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि तकनीकी विकास, एकीकृत कृषि प्रणाली, संस्थान निर्माण, कृषि का विविधीकरण, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान तथा जानकारी के नए स्रोतों का विकास करने में आईसीएआर की भूमिका महत्वपूर्ण है।

कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए उन्नत बीज, भंडारण, कम लागत, उचित खाद व बेहतर विपणन व्यवस्था अनिवार्य है। अभियानों व कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को जैविक खेती के लिए जागरूक करना जरूरी है।

बैठक में सचिव, डेयर और महानिदेशक, आईसीएआर डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने आईसीएआर की गतिविधियां व उपलब्धियां बताईं। उन्होंने बताया कि 2020-21 में 237 फसल किस्में अधिसूचित करके व्यावसायिक खेती के लिए जारी की गई हैं।

–आईएएनएस

पीएमजे/एएनएम

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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