कीवियों के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं ‘क्लासी’ रोहित

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नई दिल्ली, 27 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय टीम इस समय न्यूजीलैंड दौरे पर है और पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 2-0 की बढ़त ले चुकी है। इन दो मैचों के साथ-साथ अगर देखा जाए तो भारत की अधिकतर जीत में टीम के शीर्ष क्रम की अहम भूमिका होती है। न्यूजीलैंड में भी तीन या चार बल्लेबाजों का ही बोलबला देखा गया जिनमें कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर और लोकेश राहुल के नाम शामिल हैं।

न्यूजीलैंड दौरे पर धवन टीम में नहीं हैं क्योंकि वह चोटिल हो गए हैं। ऐसे में रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत राहुल कर रहे हैं। राहुल ने दोनों मैचों में अर्धशतक जमाया लेकिन एक चिंता की बात यह है कि रोहित का बल्ला खामोश रहा है।


पहले मैच में रोहित ने सात रन बनाए तो दूसरे मैच में इस आंकड़े में एक रन का इजाफा किया। कुल मिलाकर रोहित न्यूजीलैंड में अभी तक बल्ले की चमक नहीं बिखेर पाए हैं।

दरअसल, देखा जाए तो टी-20 फारमेट में चार शतक लगा चुके रोहित का बल्ला न्यूजीलैंड के खिलाफ संघर्ष ही करता रहा है। वह कीवी गेंदबाजों के खिलाफ उस तरह से रन नहीं बना पाते हैं जिस तरह से बाकी टीमों के गेंदबाजों के खिलाफ बनाया करते हैं।

आंकड़ों के आईने में इसे देखें तो रोहित ने 2009 से 2020 (इस साल अभी तक हुए दोनों मैचों को मिलाकर) न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 मैच खेले हैं और 213 रन बनाए हैं। इन 11 मैचों में रोहित ने दो अर्धशतक जमाए हैं।


दिल्ली में एक नवंबर 2017 को खेले गए मैच में रोहित ने कीवी टीम के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर 80 रन बनाया था और दूसरा अर्धशतक पिछले साल आकलैंड में ही आठ फरवरी को आया था।

इन दोनों के अलावा रोहित ने कीवी टीम के खिलाफ कोई बड़ी पारी नहीं खेली है। रोहित ने कीवी टीम के खिलाफ अपना पहला मैच 25 फरवरी 2009 में क्राइस्टचर्च में खेला था। तब से लेकर अब तक न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित की पारियों को अगर सिलसिलेवालर तरीके से देखा जाए तो आंकड़े कुछ इस तरह हैं- 7, 4, 5, 80, 5, 8, 1, 50, 38, 7, 8.. यानी सिर्फ तीन बार दहाई का आंकड़ा छुआ है।

वैसे तो रोहित का टी-20 में औसत 31.52 का है लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ इसमें भारी गिरावट है। कीवी टीम के खिलाफ रोहित का औसत 21.30 का है।

इसका क्या कारण है यह रोहित ही शायद अच्छे से बता सकते हैं, लेकिन भारतीय टीम के लिए यह बड़ी बात है क्योंकि टीम का मध्य क्रम कमजोर है इस बात से दुनिया वाकिफ हो चुकी है और पूरी टीम का दारोमदार शीर्ष क्रम पर ही है, ऐसे में रोहित जैसे बल्लेबाज का न्यूजीलैंड के खिलाफ शांत रहता है तो चिंता है।

मौजूदा सीरीज में राहुल ने दोनों मैचों में अच्छा किया। पहले मैच में श्रेयस अय्यर ने भी बेहतरीन पारी खेल टीम को बचा लिया था, लेकिन यह लोग विफल रहते हैं तो रोहित को कोहली का साथ देना होगा और उनके आंकड़े इस बात का भरोसा नहीं दिलाते हैं कि रोहित न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

लेकिन यह क्रिकेट है और यहां कब क्या हो जाए, भरोसा नहीं। वो भी रोहित जैसा बल्लेबाज जो क्लास का धनी है और प्रतिभा का मालिक, उसे किसी टीम के खिलाफ पूरी तरह से नकार पाना संभव नहीं है। ऐसी तमाम संभावनाओं को रोहित पहले घायल कर चुके हैं जिनमें से एक, टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलना और सफल होना है।

रोहित को टेस्ट का बल्लेबाज नहीं माना जाता था, लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें खेल के लंबे प्रारूप में पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी तो वह सफल रहे। रोहित को न्यूजीलैंड में भी टेस्ट खेलना है।

यह दौरा रोहित के लिए अपने आप को साबित करने के लिहाज से भी बड़ा है कि क्या रोहित न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी ‘खराब फॉर्म’ से पीछे छुड़ा पाते हैं या नहीं?

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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