पणजी, 4 नवंबर (आईएएनएस)| गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की अगुवाई में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की और उनसे अपने मंत्रालय के 23 अक्टूबर के पत्र को वापस लेने का आग्रह किया, जिसमें कर्नाटक सरकार की विवादास्पद कलसा-बंडूरी परियोजना को मंजूरी दी गई है। सावत के साथ विपक्ष के नेता दिगंबर कामत, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक चर्चिल अलेमाओ, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक सुदीन धवलीकर, राज्य भाजपा के अध्यक्ष विनय तेंदुलकर व दूसरे लोग मौजूद थे।
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक भी इस मौके पर मौजूद थे। नाइक, उत्तरी गोवा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं।
सावंत ने मुलाकात के बाद कहा, “मंत्री ने 10 दिनों के भीतर पर इस पर लिखित पत्र व्यवहार का भरोसा दिया है। हर सदस्य ने अपनी राय जाहिर की। सभी को सुनने के बाद जावड़ेकर ने राज्य व गोवा के लोगों के हित को सुरक्षित रखने में अपने सहयोग का आश्वासन दिया है।”
गोवा सरकार ने पर्यावरण व वन मंत्रालय द्वारा 841 करोड़ रुपये के परियोजना को मंजूरी देने पर आपत्ति जताई है। इस परियोजना का मकसद महादेई के बेसिन से अतिरिक्त जल को कर्नाटक के मालप्रभा नदी में मोड़ना है, ऐसा पेयजल के उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।