LoC को क्यों कहा जाता है नियंत्रण रेखा, क्या है पाक अधिकृत कश्मीर

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LoC को क्यों कहा जाता है नियंत्रण रेखा, क्या है पाक अधिकृत कश्मीर

कश्मीर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है। भारत सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से अनुच्छदे 370 का अंत करने का फैसला किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में इस अनुच्छेद को समाप्त करने के लिए प्रस्ताव पेश किया। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित राज्य का दर्जा देने की भी सिफारिश की है। जम्मू और कश्मीर की अपनी विधानसभा होगी जबकि लद्दाख में विधानसभा नहीं होगी। अनुच्छेद 370 समाप्त हो जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में भारत का संविधान पूरी तरह से लागू होगा।

वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) भी हमारा हिस्सा है और वो भारत का आंतरिक भूभाग है। इसके साथ ही PoK एक बार फिर चर्चा में आ गया है। आइये जानते हैं पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और नियंत्रण रेखा(LoC) के बारे में..


क्या है नियंत्रण रेखा(LoC)

विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सिरिल रेडक्लिफ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 करोड़ लोगों के बीच 1,75,000 वर्ग मील (4,50,000 वर्ग किमी) क्षेत्र विभाजित कर बनाया गय लेकिन पाक ने कश्मीर पर आक्रमण कर भारत की कुछ भूमि पर कब्जा  कर लिया था।

जम्मू प्रांत के अखनूर सेक्टर में मनावर तवी के भूरेचक गांव से आरंभ हो कर कारगिल में सियाचिन हिमखंड से जा मिलने वाली एलओसी अर्थात नियंत्रण रेखा आज विश्व में सबसे अधिक खतरनाक मानी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता होगा जिस दिन दोनों पक्षों में गोलाबारी की घटना न होती हो। यही कारण है कि इसे विश्व में जीवित जंग के मैदान के रूप में भी जाना जाता है।


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अधिकतर लोग समझ नहीं पाते कि भारत पाक एलओसी व भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा में अंतर क्या है। दरअसल भारत पाक एलओसी वह सीमा है जिसे सही मायनों में युद्धविराम रेखा कहा जाना चाहिए। दोनों देशों की सेनाएं इस रेखा पर एक दूसरे के आमने सामने हैं और युद्ध की स्थिति हर पल बनी रहती है।

और यही अदृश्य रेखा जिसे एलओसी अर्थात लाइन आफ कंट्रोल या नियंत्रण रेखा का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि एक ओर पाकिस्तानी सेना का नियंत्रण है तो दूसरी ओर भारतीय सेना का। लेकिन यह सच्चाई है कि उन लोगों पर दोनों ही सेनाओं में से किसी का भी नियंत्रण नहीं है। उनके आधे रिश्तेदार पाकिस्तान में हैं तो आधे भारत में। यही कारण है कि एलओसी के आर-पार आने-जाने वालों का जो सिलसिला 1947 के बंटवारे के उपरांत आरंभ हुआ था वह अनवरत रूप से जारी है।

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यह वही 740 किलोमीटर लंबी खींची गई सीमा रेखा है। 3 जुलाई, 1972 में शिमला समझौते के बाद इस नियंत्रण रेखा को तब तक के लिए बहाल किया गया, जब तक कि आपसी समझौते में दोनों देश  सीमा  का मसला सुलझा नहीं लेते। इसके बावजूद पाक सैनिक इस क्षेत्र में हमले करते रहते हैं।

पाक अधिकृत कश्मीर (PoK)

मूल कश्मीर का वह भाग है, जिस पर पाकिस्तान ने 1947 में हमला कर कब्जा कर लिया था। इसकी सीमाएं पाकिस्तानी पंजाब एवं उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत से पश्चिम में, उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान के वाखान गलियारे से, चीन के जांजियांग उयूर स्वायत्त क्षेत्र से उत्तर और भारतीय कश्मीर से पूर्व में लगती है। इस क्षेत्र के पूर्व कश्मीर राज्य के कुछ भाग, ट्रांस-काराकोरम ट्रैक्ट को पाकिस्तान ने चीन को दे दिया गया था व शेष क्षेत्र को दो भागों में बांट दिया था उत्तरी क्षेत्र एवं आजाद कश्मीर में। भारत और संयुक्त राष्ट्र सहित अधिकतर अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं और देश इसे पाक-अधिकृत कश्मीर ही कहते हैं।


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