Maqbool Fida Husain Birth Anniversary : एम एफ हुसैन (M.F. Hussain) एक मशहूर पेंटर थे। उन्हें भारत का पिकासो कहा जाता है। 20वीं शताब्दी में उन्होंने अपनी आधुनिक पेंटिंग्स से अपनी एक अलग पहचान बनाई। साथ ही कई विवादों को भी आमंत्रित किया। पेंटिंग्स के अलावा उन्हें लेखन, फोटोग्राफी और फिल्म बनाने का भी शौक था। आज एम एफ हुसैन (Maqbool Fida husain) की जयंती है।
शुरूआती जीवन
हुसैन का जन्म 17 सितम्बर 1915 को महाराष्ट्र के पंढरपुर में हुआ था। उनका पूरा नाम मकबूल फ़िदा हुसैन (Maqbool Fida husain) था। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्होंने सिनेमा के पोस्टर बनाए और अन्य छोटे- मोटे काम किए। लेकिन पेंटिंग के अपने शौक को उन्होंने कभी कम नहीं होने दिया। आगे चलकर हुसैन की पेंटिंग्स की तारीफें होने लगी।
करियर
हुसैन पुरानी परम्पराओं को तोड़ कर कुछ अलग करना चाहते थे। वह आधुनिक कला को प्रोत्साहित करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने अपनी पेंटिंग्स में आधुनिकता लायी। उन्होंने एक पेंटर के तौर पर न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई। 1971 में स्पेन के महान चित्रकार पाब्लो पिकासो के साथ हुसैन को भी साओ पाब्लो समारोह में निमंत्रण दिया गया। क्रिस्टीज़ ऑक्शन में हुसैन की एक पेंटिंग 20 लाख अमेरिकी डॉलर में बिकी थी। 2010 में जोर्डनियन रॉयल इस्लामिक स्ट्रेटेजिक स्टडीज सेंटर ने हुसैन को 500 सबसे ज्यादा प्रभवशाली मुस्लिम की सूचि में रखा था। अपने जीवन में पेंटिंग के साथ हुसैन ने कुछ फिल्मों का निर्देशन भी किया था, जिनमें ‘थ्रू द आईज ऑफ़ ए पेंटर‘, ‘गज गामिनी‘ और ‘मिनाक्षी: अ टेल ऑफ़ थ्री सिटीज‘ शामिल हैं।
सम्मान
अपने जीवन में एम एफ हुसैन ने कई सम्मान अपने नाम किए। उन्हें 1955 में पद्म श्री और 1973 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 1967 में हुसैन को ‘थ्रू द आईज ऑफ़ अ पेंटर’ में बेस्ट एक्सपेरिमेंटल फिल्म के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड और गोल्डन बेयर शॉर्ट फिल्म पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा उन्हें केरल सरकार ने 2008 में ‘राजा रवि वर्मा’ पुरस्कार दिया।
विवाद
एम एफ हुसैन ने अपने करियर में बहुत नाम कमाया, लेकिन उनके साथ कई विवाद भी जुड़े रहे। उन्होंने देवी- देवताओं की पेंटिंग्स बनाई। आरोप लगाए गए कि उन्होंने देवी- देवताओं की अश्लील पेंटिंग्स बनाई और उन्हें गैर पारम्परिक तरीके से दिखाया। इसके विरोध में लोगों ने प्रदर्शन भी किया। भारत माता की विवादित पेंटिंग बनाने के कारण भी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था।
निधन
हुसैन का 9 जून 2011 को लंदन में हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया था।