बांग्ला टीवी अभिनेत्री सुभद्रा मुखर्जी (Subhadra Mukherjee) ने दिल्ली हिंसा को लेकर भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, “मैं मोदीजी को देखकर राजनीति में आई थी लेकिन यहां आकर मैं जो देख रही हूं, वह विनाशकारी लग रहा है।” राजधानी दिल्ली में हुए भयावह दंगे और भाजपा नेता कपिल मिश्रा सहित केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भड़काऊ भाषा के प्रयोग पर पार्टी की निष्क्रियता को मुखर्जी ने भाजपा छोड़ने की वजह बताई है।
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मुखर्जी ने कहा कि मोदीजी को देखकर मैं 2013 में भाजपा में शामिल हुई थी। मुझे पार्टी के काम ने प्रभावित किया था। लेकिन पिछले कुछ सालों में, मैंने गौर किया कि कुछ चीजें ठीक नहीं हो रही हैं। मैंने महसूस किया कि लोगों से धर्म के आधार पर घृणा करना और उनके लिए राय बनाना भाजपा की विचारधारा पर हावी हो रहा है। इस पर कई बार विचार करने के बाद, आखिरकार मैंने पार्टी को छोड़ने का फैसला किया है। मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
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उन्होंने कहा, “देखो दिल्ली में क्या हुआ। इतने लोग मारे गए और इतने ही घरों में आग लगा दी गई। दंगे ने लोगों को बांट दिया है। नफरत फैलाने वाले भाषण के लिए अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा जैसे पार्टी नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। क्या हो रहा है? दंगों के दृश्यों ने मुझे पूरी तरह से हिला दिया है। मुझे लगा कि मुझे ऐसी पार्टी में नहीं होना चाहिए, जो अपने ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच करे। अभिनेत्री ने आगे कहा कि वह उस पार्टी में नहीं रहना चाहती हैं, जिसमें अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा जैसे लोग हों।”
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