कोरोना : पूर्वी देशों को जानेवाले पर्यटकों ने किया पश्चिम का रुख

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 नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)| चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद भारतीय पर्यटकों ने पूर्वी देशों के बजाय पश्चिम का रुख कर लिया है।

  सैर-सपाटे के लिए विदेश जाने वाले पर्यटक अब यूरोप, अमेरिका समेत पश्चिमी देश जाना पसंद करने लगे हैं। पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों ने बताया कि कारोबार के सिलसिले में चीन की यात्रा करने वाले लोगों ने अपना दौरा रद्द कर दिया है। वहीं, मलेशिया, सिंगापुर समेत पूर्वी देशों के पर्यटन पर असर पड़ा है।


कोरोना वायरस के प्रकोप का भारतीय पर्यटन कारोबार पर पड़ने वाले असर को लेकर पूछे जाने पर ट्रैवल ओरियस्टर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय जयपुरिया ने आईएएनएस को बताया कि आउटबाउंड टूरिज्म पर काफी असर पड़ा है, क्योंकि चीन का पर्यटन तकरीबन पूरी तरह ठप पड़ गया है।

उन्होंने बताया कि मलेशिया और सिंगापुर जाने वाले पर्यटकों पर भी तकरीबन 20 फीसदी प्रभाव पड़ा है, जबकि हांगकांग जाने वाले करीब 25 फीसदी पर्यटक कम हो गए हैं।

जयपुरिया ने बताया कि ओरिएंटल कंट्रीज से आने वाले पर्यटकों में भी कमी आई है। हालांकि यूरोप और अमेरिका जाने व आने वाले पर्यटकों में थोड़ी वृद्धि हुई है, क्योंकि इन देशों ने पर्यटकों को जिन देशों का दौरा नहीं करने की एडवायजरी जारी की है, उनमें भारत शामिल नहीं है।


वीजा से संबंधित कारोबार से जुड़ी कंपनी वीजाडॉटकॉम के डायरेक्टर देवांग रिया ने बताया कि 500 लोगों का उनका एक ग्रुप चीन जाने वाला था, जिसने अपना दौरा रद्द कर दिया है।

उन्होंने बताया कि इस समय कोई चीन और वियतनाम जाना नहीं चाहता, हालांकि यूरोप, अमेरिका, मिडल ईस्ट और आस्ट्रेलिया जाने वाले पर्यटकों की संख्या थोड़ी बढ़ी है।

देवांग ने कहा, “लोग चीन घूमने के मकसद से कम और बिजनेस के मकसद से ज्यादा जाते हैं, लेकिन वे इस समय चीन का दौरा नहीं कर रहे हैं। हमारी रोजाना वीजा प्रोडक्टिविटी जो 300 थी, वह बिल्कुल समाप्त हो चुकी है। अगर पूरे टरेड की बात करे तो रोजाना वीजा 2000-3000 होती होगी, वह बिल्कुल नहीं हो रही है क्योंकि वीजा के लिए चीन के दूतावास जाने वाले लोग नगण्य रह गए हैं।”

हालांकि होटल इंडस्टरी जुड़े कारोबारी बताते हैं कि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के भारत में होटल कारोबार पर कोई खास असर अब तक नहीं हुआ है।

होटल कारोबार से जुड़ी कंपनी वेलकम हेरीटेज ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव नायर ने बताया कि उनके कारोबार पर फिलहाल कोई असर नहीं है।

एक अन्य कारोबारी ने बताया कि सैर-सपाटे के लिए जो लोग पूर्वी देशों की यात्रा करते थे, वे आजकल देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों की यात्रा करना पसंद करने लगे हैं।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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