पेशावर, 17 मार्च (आईएएनएस)| पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार 50 वर्ष और इससे अधिक उम्र के कर्मचारियों को कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर 15 दिनों की छुट्टी पर भेजने जा रही है।
मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार अजमल वजीर ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी। एक दिन पहले ही प्रांत में कोरोनावायरस के 15 मामलों की एक साथ पुष्टि हुई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार अजमल वजीर ने पेशावर में एक संवाददाता सम्मेलन में नागरिकों से नहीं घबराने की अपील की।
वजीर ने कहा कि प्रांत की सरकार का ध्यान इस बात पर है कि जहां तक हो सके लोगों को इस बीमारी से संक्रमित होने से बचाया जाए और इस संदर्भ में कुछ निर्णय लिए गए हैं।
उन्होंने कहा, “हम सरकारी कार्यालयों को बंद करने पर विचार कर रहे हैं। 50 साल और उससे अधिक उम्र के सभी कर्मचारियों को 15 दिनों की छुट्टी दी जाएगी, स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं और कैदियों की सजा दो महीने कम कर दी जाएगी।”
उन्होंने कहा कि सूबे भर के सभी प्रशिक्षण केंद्रों में पुलिस प्रशिक्षण स्थगित कर दिया गया है और सभी पुलिस अधिकारियों को वापस ड्यूटी पर आने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा, “चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। बाहर जाने से बचें, जिस व्यक्ति को बुखार है उससे दूरी बनाकर रखें और बार-बार हाथ धोएं।”
वजीर ने कहा कि प्रांत में सामने आए सभी मामले सीमा पार से वापस लौटे लोगों के हैं और अब तक खैबर पख्तूनख्वा में खुद का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
अस्पताल में सोमवार को एक व्यक्ति की मौत कोविड-19 के संक्रमण के चलते हुए इस अफवाहों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति निमोनिया से पीड़ित था और प्रांत में संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है।