कर्नाटक : भाजपा ने राज्यपाल के अभिभाषण में बाधा डाली

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बेंगलुरू, 6 फरवरी (आईएएनएस)| कर्नाटक के 10 दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत बुधवार को हंगामे के साथ हुई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्यपाल वजुभाई वाला के दोनों सदनों के संयुक्त संबोधन के दौरान अभिभाषण में व्यवधान डाला। जैसे ही राज्यपाल वजुभाई वाला ने अपना भाषण हिंदी में पढ़ना शुरू किया, भाजपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने एकत्रित हो गए और जद (एस) व कांग्रेस गठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

इस हंगामे में राज्यपाल की आवाज सुनाई नहीं दे रही थी।


विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच राज्यपाल ने दो पेज पढ़ने के बाद अचानक अपना भाषण रोक दिया और वह विधानसभा से चले गए।

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के.आर.रमेश कुमार ने राज्यपाल के भाषण को ‘पढ़ा’ गया मानकर वाला के संयुक्त संबोधन को अंग्रेजी व कन्नड़ में विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों में वितरित कर दिया।

विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य के प्रतिष्ठित गुरु शिकुमार स्वामी व मंगलुरू में जन्मे पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडिस के निधन पर शोक जताया। स्वामी का 21 जनवरी व फर्नाडिस का 29 जनवरी को निधन हो गया था।


मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी, भाजपा नेता बी.एस.येदियुरप्पा व उप मुख्यमंत्री जी.परमेश्वरा ने भी गुरु शिवकुमार स्वामी व फर्नाडिस को श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी शुक्रवार को राज्य का 2019-20 वित्तीय वर्ष का बजट पेश करेंगे। कुमारस्वामी के पास वित्त विभाग भी है।

विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए चित्रदुर्गा जिले से भाजपा के विधायक बी.श्रीरामुलू ने कहा कि पार्टी गठबंधन सरकार के कथित तौर पर किसानों के पूर्ण कर्जमाफी में नाकामयाब रहने को लेकर प्रदर्शन कर रही है।

श्रीरामुलू ने संवाददाताओं से कहा, “गठबंधन सरकार किसानों को मदद देने व उनके कृषि ऋण को माफ करने में विफल रही है। हम सरकार की विफलता को उजागर करने के लिए अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।”

गठबंधन सरकार को अपने सभी विधायकों का समर्थन नहीं हासिल होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा, “कुमारस्वामी को अपना पद छोड़ देना चाहिए।”

कांग्रेस नेता व राज्यमंत्री बृहद व मध्यम स्तर उद्योग के.जे.जॉर्ज ने कहा कि भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए स्वतंत्र है।

उन्होंने कहा, “भाजपा के विधानसभा में हंगामा खड़ा करने का कोई मतलब नहीं है। अगर वे अनिश्चितता में है कि गठबंधन को बहुमत का समर्थन नहीं है तो वे अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए स्वतंत्र हैं।”

कांग्रेस की राज्य इकाई ने कन्नड़ में एक ट्वीट में भाजपा के व्यवधान को राज्यपाल व सदन का ‘अनादर’ बताया।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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