बिहार के जलसंसाधन मंत्री और जदयू नेता संजय कुमार झा (Sanjay Kumar Jha) ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय से जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Exam) को मैथिली भाषा (Maithili) में भी आयोजित करवाने की अपील की है। बिहार विधानमंडल के सदस्य संजय झा (Sanjay Jha) ने बुधवार को ट्विटर पर इस संदर्भ में अपील की है।
एक ट्वीट में संजय झा ने लिखा, ” 2003 में मैथिली को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने के बाद UPSC द्वारा मान्यता मिली और यह कई सफल युवाओं का चुनिंदा विषय रहा है। इसलिए एचआरडी मंत्रालय से अनुरोध है कि क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करते हुए JEE Mains में गुजराती की तरह मैथिली को भी जगह मिले।”
2003 में मैथिली को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने के बाद #UPSC द्वारा मान्यता मिली और यह कई सफल युवाओं का चुनिंदा विषय रहा है।@HRDMinistry से अनुरोध है कि क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करते हुए #JEEMains में गुजराती की तरह मैथिली को भी जगह मिले।https://t.co/EKSCDPDq6D
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) November 6, 2019
बता दें कि 2013 में यूपीए सरकार ने जेईई-मेन को सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा बनाने की कोशिश की थी। गुजरात और महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों ने अपने राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाओं को खत्म करते हुए जेईई-मेन को अपनाया। इन राज्यों के छात्रों की मदद करने के लिए, CBSE ने 2014 में उर्दू, मराठी और गुजराती भाषा को विकल्प के तौर पर परीक्षा का माध्यम बनाया।
हालाँकि, दो साल बाद ही CBSE ने उर्दू और मराठी को एग्जाम से हटा दिया, लेकिन हिंदी और अंग्रेजी के अलावा गुजराती भी विकल्प के तौर पर मौजूद रही। लेकिन 2016 के बाद से गुजरात ने भी जेईई-मेन के जरिये छात्रों को एडमिशन नहीं दिया। इसलिए परीक्षा आयोजित करने वाली सलाहकार समिति ने हाल की बैठक में इस पर चर्चा की और गुजराती को एक मीडियम के रूप में छोड़ने का फैसला किया।
2021 के बाद सिर्फ हिंदी हुए अंग्रेजी में होंगे JEE Main Exam
साल 2021 के बाद स्टूडेंट्स केवल हिंदी या इंग्लिश में ही एग्जाम दे पाएंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के एक अधिकारी ने कहा, “जेईई-मेन की सलाहकार समिति ने जनवरी 2021 गुजराती में प्रश्न नहीं देने का फैसला किया है। प्रश्नपत्र केवल हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होंगे।”
ज्ञात हो कि 2019 से सीबीएसई की बजाय एनटीए ने परीक्षा आयोजित करना शुरू किया है। JEE मेन्स के टॉप 2.4 लाख स्कोरर जेईई एडवांस में हिस्सा ले सकते हैं। जेईई एडवांस आईआईटी द्वारा एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है। जेईई-मेन के परिणाम एनआईटी द्वारा उनके प्रवेश परीक्षा के रूप में उपयोग किए जाते हैं।