लिंग्विस्टिक ईमेल सेवा के यूजर्स में 4 गुना वृद्धि

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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)| पिछले एक साल में देश में लिंग्विस्टिक इमेल यूजर्स की संख्या में 4 गुना वृद्धि हुई है, डेटा एक्सजेन टेक्नोलॉजीज ने 2017 से 2018 तक के आंकड़ों के आकलन के बाद यह ऐलान किया है। कंपनी ने बताया कि वर्तमान में 4 लाख यूजर्स अपनी मातृ भाषा में ईमेल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि 2017 में कंपनी ने 8 भारतीय भाषाओं में ईमेल की शुरुआत की और 2 देशों में उपस्थिति दर्ज कराई और वर्तमान में दुनिया भर में 16 भाषाओं में लिंग्विस्टिक इमेल प्रदान करते हुए इसने 8 देशों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है।


बयान में कहा गया कि चूंकि इंटरनेट ने भारतीय बाजार में गहरी पैठ बना ली है, इसलिए यह अनुमान है कि 2021 तक भारत में भारतीय भाषाएं अंग्रेजी के यूजर्स से आगे बढ़ जाएंगी। लिंग्विस्टिक ईमेल इस ट्रेंड को और भी आगे ले जाएंगे। दुनिया में लिंग्विस्टिक ईमेल समाधान देने के प्रवर्तक, वर्तमान में लिंग्विस्टिक ईमेल को 16 भाषाओं में एक्सेस किया जा सकता है।

कंपनी ने कहा कि लिंग्विस्टिक की सूची में हिंदी शीर्ष पर है, जिसके बाद मराठी, कन्नड़, तेलुगू और गुजराती है। अगर हम दुनिया से भारत की तुलना करें, तो कोरिया, मलेशिया, चीन, अरब और अन्य देशों के गैर-अंग्रेजी भाषी आबादी अपनी स्थानीय भाषा का इस्तेमाल करना पसंद करती है। डेटा एक्सजेन टेक्नोलॉजीज का डेटामेल ठोस, सुरक्षित और तेज ईमेल सेवाओं के साथ लिंग्विस्टिक ईमेल से सशक्त बनाता है।

डेटामेल के 2 साल पूरे करने पर डेटा एक्सजेन टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ डॉ. अजय डाटा ने कहा, “लिंग्विस्टिक क्रांति नई इंटरनेट क्रांति है। क्षेत्रीय भाषा इंटरनेट का प्रसार बढ़ाने की कुंजी है। जैसा कि हम इंटरनेट पर क्षेत्रीय सामग्री की उपलब्धता में वृद्धि देखते हैं, लिंग्विस्टिक ईमेल की उपलब्धता भारत और वैश्विक स्तर पर गैर-अंग्रेजी भाषी आबादी को और सशक्त बनाएगी।”


डाटा ने आगे कहा, “हम 2018-19 के दौरान एप में 10 और क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ने जा रहे हैं और 2019 के अंत तक 20 लाख यूजर्स तक बढ़ने की उम्मीद है।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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