लॉकडाउन : दो घुमंतू परिवारों को आशियाना और राशन मिला

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बांदा (उप्र), 31 मार्च (आईएएनएस)| कोरोनावायरस को लेकर चल रहे लॉकडाउन के बीच बांदा जिले की नरैनी नगर पंचायत की भाजपा चेयरमैन ने यहां खुले आसमान के नीचे रह रहे घुमंतू जाति के दो परिवारों को अस्थायी रूप से आशियाना और राशन सामग्री उपलब्ध करवाई है।

लखनऊ के खलीलाबाद और सरोजनी नगर के रहने वाले ये घुमंतू परिवार नरैनी कस्बे की सब्जी मंडी के पीछे रह रहे थे। 16 सदस्यों वाले ये दो घुमंतू परिवार पिछले दो महिने से यहां रह रहे थे। शादी-ब्याह समारोहों में जूठी पत्तलें फेंककर ये अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ करते थे? लेकिन कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन से उनका काम-धंधा बंद हो गया था। लिहाजा ये परिवार लॉकडाउन का उल्लंघन कर पैदल अपने घर जाने की तैयारी में थे। ये जानकारी सोमवार को नगर की पंचायत अध्यक्ष ओममणि वर्मा को हुई, तब उन्होंने इन परिवारों को मछली मंडी के पक्के कमरों को सेनिटाइज्ड करवाकर अस्थायी आशियाना और पर्याप्त राशन सामग्री उपलब्ध करवा दी है।


घुमंतू परिवार के मुखिया गुरुदीन ने मंगलवार को बताया, “यहां 16 सदस्यों के दो परिवार दो माह से खेतों में तंबू लगाकर बसर कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से हमारा काम-धंधा चौपट हो गया और रोटी के लाले पड़ गए थे। तीन दिन से भोजन के लिए कुछ नहीं मिला था इसीलिए पैदल घर जाने की तैयारी कर ली थी। चेयरमैन ने राशन और रुकने की व्यवस्था कर दी है अब हम कहीं नहीं जाएंगे।”

नगर पंचायत की अध्यक्ष ओममणि वर्मा ने बताया, “उन्हें सफाईकर्मियों से घुमंतुओं के पैदल लखनऊ जाने की सूचना मिली थी, मौके पर जाकर हमने मछली मंडी के कमरों को सेनिटाइज्ड करवाकर उनके अस्थायी रूप से रहने और खाने-पीने का इंतजाम कर दिया गया है। कस्बे में कोई भूखा नहीं सोएगा। इसके लिए पंचायत की तरफ से पूरा इंतजाम किया जाएगा।”

 


(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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